संवाद सूत्र, अमरपुर (बांका): केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत से आठ लाख रुपये की साइबर ठगी के तार बांका के अमरपुर से जुड़ रहे हैं। जांच के दौरान यह पता चला है कि ठगी का रुपया अमरपुर निवासी एक व्यक्ति के खाते में आया है। पुलिस ने इस ठगी के संबंध में तीन दिन पूर्व अमरपुर के मालदेवचक गांव से प्रिंस सिंह और रजौन गांव से एक युवक को हिरासत में लिया था। फिलहाल पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों युवकों को छोड़ दिया है।

चर्चा है कि केंद्रीय मंत्री के पुत्र अर्जित शाश्वत से ठगी मामले का मास्टरमाइंड मुंगेर जिले के संग्रामपुर के मंजरा भूना गांव का बमबम सिंह है। इसी बमबम सिंह का रिश्तेदार प्रिंस सिंह है, जिसे पुलिस ने उठाया था। बमबम का मालदेवचक गांव आना-जाना लगा रहता है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस ठगी मामले में प्रिंस सिंह के भाई शुभम सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका है। वह ठगी के मास्टरमाइंड बमबम सिंह के साथ ही रहता है। पुलिस को दोनों की ही तलाश है।

ठगी के मामले में जेल भी जा चुका है बमबम

बमबम सिंह पहले बीएसएफ में कार्यरत था। वहां कारतूस की हेराफेरी के चलते उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद उसने सूबे के दो बड़े राजनेताओं का निजी सलाहकार बनकर ठगी करना शुरू कर दिया था, जिसमें वह जेल भी गया था। गांव के एक रिश्तेदार ने नाम ना छपने की शर्त पर बताया कि बमबम सिंह ने मालदेवचक गांव के कुछ युवकों को भी अपना शागिर्द बना लिया था। हालांकि समय रहते उक्त युवकों ने बमबम सिंह से किनारा कर लिया था।

लगभग एक माह पूर्व बमबम सिंह ने अपने को कस्टम अधिकारी और भागलपुर शहर का रहने वाला बताकर अर्जित शाश्वत को झांसे में ले लिया था। उसने सस्ते दाम में लग्जरी कार दिलाने के नाम पर आठ लाख से अधिक की ठगी कर ली। गाड़ी और गाड़ी के ट्रांसफर के कागजात लेकर आने की बात कहकर ना तो वो पहुंचा और ना ही फोन किया। जब बमबम सिंह ने अर्जित के फोन करने पर काल भी रिसीव नहीं किया, तब अर्जित को इस मामले में ठगे जाने का अंदाजा हुआ।

Edited By: Ashish Pandey