बालू माफिया की मनमानी से मिट रहा छठ घाट का अस्तित्व
बांका। थाना क्षेत्र के बदुआ नदी स्थित दर्जनों छठ घाट का अस्तित्व बालू माफिया की मनमानी के कारण मिटने के कगार पर है।
बांका। थाना क्षेत्र के बदुआ नदी स्थित दर्जनों छठ घाट का अस्तित्व बालू माफिया की मनमानी के कारण मिटने के कगार पर है। इस कारण छठ व्रतियों को अर्ध्य में परेशानी होगी। नदी किनारे कहीं भी समतल नहीं है। खासकर चौरा, धौरी, चंपातरी, राजपुर, लखराज, खुटहरी गांवों के श्रद्धालुओं को छठ घाट बनाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है। नदी की धारा से थोड़ी दूर रहे टिल्हे के बगल में आठ से 10 फीट गहराई का बड़ा-बड़ा कई गड्ढा भी है। जिसमें डूबने से पूर्व में दो-तीन बच्चों की मौत भी हो चुकी है। संध्या एवं सुबह अर्घ्य देने समय बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। इस कारण प्रशासन के द्वारा सतर्कता नहीं बरतने पर कोई भी घट घट सकती है। इधर, कुछ माफिया द्वारा चौरा घाट तक के आवागमन रास्ते के बगल तटबंध भी काटा जा रहा है। जिस कारण रास्ता अवरुद्ध होने की भी प्रबल संभावना जताई जा रही है। बड़हरा, डुब्बा, श्रीनगर, पंचरुखी, मथुरा, तरैया घाट की भी स्थिति दयनीय है। बीडीओ मनोज कुमार मुर्मू ने बताया कि अविलंब उक्त घाटों का दौरा किया जाएगा। श्रद्धालुओं व छठ व्रतियों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।