कटोरिया बाईपास निर्माण की समस्या होगी दूर, रैयतों को जमीन का मिलेगा उचित मुआवजा
बांका के कटोरिया में एनएच-333 ए बाईपास निर्माण को लेकर विवाद के बाद एडीएम ने निरीक्षण किया। उन्होंने मुआवजा संबंधी आपत्तियों को सुना और उचित जांच का आश्वासन दिया। अंचल कार्यालय में विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा, जहां कागजात की जांच और जमीन की मापी होगी।

प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)
संवाद सूत्र, कटोरिया (बांका)। एनएच-333 ए कटोरिया बाईपास निर्माण कार्य को लेकर हुए विवाद के बाद सोमवार को एडीएम अजीत कुमार ने स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एडीएम ने ग्रामीणों की सभी आपत्तियों और मुआवजा से संबंधित सवालों को सुना।
उन्होंने आश्वासन दिया कि जिनकी जमीन सड़क निर्माण में जा रही है। उनके दावे की जांच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी।
एडीएम ने बताया कि मंगलवार को अंचल कार्यालय में विशेष शिविर लगाया जाएगा। जिसमें एनएचएआई के अभियंता और अमीन मौजूद रहेंगे। उन्होंने प्रभावित रैयत को अपने कागजात लेकर पहुंचने को कहा।
बताया कि कागजात की जांच के बाद अंचल अमीन जमीन की मापी कर रिपोर्ट तैयार करेंगे। जिसके बाद रैयतों को नोटिस की जाएगी। वहीं ब्कास्त जमीन वाले लोगों को रैयतीकरण के लिए डीसीएलआर कोर्ट में अपील करने की सलाह दी गई।
बता दें कि गत 22 नवंबर को बिना मुआवजा कार्य शुरू किए जाने के विरोध में रैयतों ने निर्माण स्थल पर हंगामा कर दिया था, जिसके चलते प्रशासन को काम रोकना पड़ा था।
इस दौरान रैयतों ने पुनः स्पष्ट किया कि सड़क निर्माण का विरोध नहीं है, लेकिन पहले मुआवजा और दस्तावेजी प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए।
मौके पर डीसीएलआर, एसडीएम राज कुमार एवं भू अर्जन पदाधिकारी रंजीत कुमार ,सीओ पुष्पा कुमारी, एनएचएआईए के कार्यपालक अभियंता साकेत कुमार रौशन, सहायक अभियंता सुधीर कुमार, कनीय अभियंता अजीत कुमार, रैयत ठाकुर राजकुमार सिंह, सुरेंद्र सिंह, अभिमन्यु सिंह सहित अन्य थे।

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