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सड़क हादसों में हेड इंज्यूरी से होती है अधिक मौतें

बांका। सड़क हादसों में अधिकांश मौतें हेड इंज्यूरी यानी सिर में चोट लगने की वजह से हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 09:28 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 09:28 PM (IST)
सड़क हादसों में हेड इंज्यूरी से होती है अधिक मौतें
सड़क हादसों में हेड इंज्यूरी से होती है अधिक मौतें

बांका। सड़क हादसों में अधिकांश मौतें हेड इंज्यूरी यानी सिर में चोट लगने की वजह से हो रही है। मंजिल तक सुरक्षित पहुंचने के लिए हेलमेट पहनना व सीट बेल्ट बांधा जरूरी है। इस साल अब तक यहां हुए 230 सड़क दुर्घटनाओं में 125 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। इसमें 40 फीसद से अधिक लोगों की मौत सिर में गहरी चोट लगने की वजह से हुई है। बावजूद इसके लोग खुद को सुरक्षित रखने के लिए हेलमेट एवं सीट बेल्ट का उपयोग नहीं कर जोखिम भरा सफर तय कर रहे हैं। जबकि बाइक चलाते वक्त हेलमेट पहने से दुर्घटना में सिर पर चोट लगने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है। वहीं, इसको लेकर परिवहन विभाग व यातायात पुलिस भी उदासीन बने हुए हैं।

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आइएसआइ मार्का हेलमेट ही पहनें :

उंची कीमत की वजह से अक्सर लोग सस्ती हेलमेट खरीद लेते हैं। जिसमें गुणवत्ता व सुरक्षा कवच की कमी होती है। लेकिन 500 से 1000 रूपए में मिलने वाले आइएसआइ मार्का वाले हेलमेट लोकल क्वालिटी की तुलना में बेहतर होते हैं। जो हादसे के वक्त सिर में गहरे चोट लगने से बचाव करता है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ बाइक चलाने वालों को ही हेलमेट पहना जरूरी है। बल्कि पीछे बैठने वालों को भी हेलमेट पहनना उतना ही जरूरी है।

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इसलिए हेलमेट है जरूरी :

हादसे के वक्त हेलमेट नहीं पहनने से सिर में गंभीर चोट आती है। जिससे कई मौत होने के साथ ही कई लोग के कोमा में जाने पागलपन व याददाश्त खोने का खतरा बना रहता है। वहीं, शरीर के दूसरे अंगों में चोट लगने से लंबी इलाज के बाद लंबे समय तक ¨जदा रहने के साथ ही पूरी तरह ठीक भी हो सकता है।

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हेलमेट पहने से कर सकते हैं मुआवजा क्लेम :

हेलमेट ¨जदगी के साथ भी और ¨जदगी के बाद भी साथ देता है। अगर किसी की गलती से हादसे होते हैं और उसे गंभीर चोट लगती है। तो मुआवजा और क्लेम के लिए पुलिस की जांच रिपोर्ट में हेलमेट का जिक्र जरूरी है। अगर हेलमेट नहीं पहनते हैं तो आप की गलती बताकर आप को बीमा की राशि से भी वंचित किया जा सकता है।

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सीट बेल्ट की नहीं होती जांच :

जिले में कहीं भी चार पहिया वाहन चलाने वालों के सीट बेल्ट की जांच नहीं होती है। विभागीय आंकड़ों पर नजर डालें तो अब तक यहां मई से अक्टूबर तक चले वाहन चे¨कग अभियान में 275 बाइक सवारों से जुर्माने की वसूली की गई। लेकिन किसी भी चार पहिया वाहन चालक व सवार से सीट बेल्ट नहीं लगाने पर आज तक फाइन नहीं किया गया है।

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ऐसे बचाता है हेलमेट :

- हेलमेट सिर को चोट से बचाता है। जिससे चोट लगने पर लकवा व बोलने की परेशानी नहीं होती है।

- सिर के पिछले हिस्से में चोट लगने से याददाश्त जा सकती है।

- सिर में चोट लगने से ब्रेन स्टेम प्रभावित होता है। कनपटी पर चोट लगने से याददाश्त पूरी तरह चला जाता है।

- सिर के निचले हिस्से में चोट लगने से अंधा होने की संभावना रहती है।

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कोट

शहर में अभियान चलाकर बिना हेलमेट के बाइक चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माने की वसूली की जाती है। अब चार पहिया वाहन की भी जांच कर बिना सीट बेल्ट लगाने वाले चालक व सवार के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

पंकज कुमार, यातायात थाना प्रभारी


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