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मंडल कारा के सात बंदी मानिसक रोग के शिकार

बांका। सदर अस्पताल की मेडिकल टीम ने गुरुवार को बांका मंडल कारा में कैंप कर विचाराधीन बंदियों की स्वास्थ्य जांच की है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 09:40 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 09:40 PM (IST)
मंडल कारा के सात बंदी मानिसक रोग के शिकार
मंडल कारा के सात बंदी मानिसक रोग के शिकार

बांका। सदर अस्पताल की मेडिकल टीम ने गुरुवार को बांका मंडल कारा में कैंप कर विचाराधीन बंदियों की स्वास्थ्य जांच की है। मेडिकल टीम में फिजिसियन एवं मनोचिकित्सक शामिल थे। जांच के क्रम में यहां के सात बंदी मानसिक रोग के शिकार पाए गए। मनोचिकित्सकों ने बंदियों की जांच के बाद मानसिक मरीजों मरीजों की काउंसि¨लग करते हुए उसका उपचार किया। मानसिक रोग के शिकार मरीजों की जांच करने वाली मेडिकल टीम में शामिल सदर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अशोक कुमार ¨सह, मनोचिकित्सक डॉ. मु. उमर फारूख एवं मनोचिकित्सक डॉ. राजीव रंजन राय ने बंदियों की जांच एवं उसका इलाज किया। मनोचिकित्सकों ने पूरे मनोवैज्ञानिक तरीके से बंदियों की जांच करते हुए मानसिक मरीजों की नब्ज टटोली। मनोचिकित्सकों ने बताया कि ¨चता और मानसिक तनाव की वजह से बंदी मनासिक रोग के शिकार हो रहे हैं। जिन्हें नियमित काउंसि¨लग व इलाज से ठीक किया जा सकता है।

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न्यायालय ने तलब की मानसिक मरीजों की सूची :

न्यायालय जिला एवं सत्र न्यायाधीश में हुए मॉनीट¨रग सेल की बैठक में न्यायालय ने बांका मंडल कारा में बंद विचाराधीन बंदियों की जांच कर उसमें मानिसक रोग से पीड़ित बंदियों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश सीएस सुधीर महतो को दिया था। जिसको लेकर सीएस ने गठित मेडिकल टीम को मंडल कारा में कैंप कर बंदियों का स्वास्थ्य जांच कर मानसिक रोग से पीड़ित बंदियों को चिन्हित कर उसके इलाज के निर्देश दिए थे।


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