Move to Jagran APP

यूरिया के लिए किसानों को दो दिन और करना होगा इंतजार

बांका। प्रखंड क्षेत्र में यूरिया खाद की किल्लत बदस्तूर जारी है। गुरुवार को भी यूरिया खाद किसानों को नसीब नहीं हुआ। कितने किसान बेलहर और साहबगंज बाजार से बैरंग लौट गए। इसके लिए किसानों को दो दिन और इंतजार करना होगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 10:00 PM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 10:03 PM (IST)
यूरिया के लिए किसानों को दो दिन और करना होगा इंतजार
यूरिया के लिए किसानों को दो दिन और करना होगा इंतजार

बांका। प्रखंड क्षेत्र में यूरिया खाद की किल्लत बदस्तूर जारी है। गुरुवार को भी यूरिया खाद किसानों को नसीब नहीं हुआ। कितने किसान बेलहर और साहबगंज बाजार से बैरंग लौट गए। इसके लिए किसानों को दो दिन और इंतजार करना होगा।

loksabha election banner

मंगलवार को सड़क जाम के बाद बीएओ रजनीश कुमार गिरापु ने दो दिन के अंदर पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध हो जाने की बात कही थी। लेकिन गुरुवार को भी खाद उपलब्ध नहीं हो सका है। सभी खाद दुकानें बंद पड़ी हुई है। विभागीय कर्मी द्वारा दो दिन बाद खाद उपलब्ध होने की बात कही जा रही है। रेक नहीं लगने के कारण खाद की खेप बेलहर तक नहीं पहुंचने की बात कही जा रही है। सीजन के शुरुआती दौर से ही क्षेत्र में यूरिया की किल्लत जारी है। सरकारी दर पर वितरण का निर्देश जारी होते ही अनुज्ञप्तिधारी दुकानदारों ने खाद उठाव बंद कर दिया। एक हिस्से के दुकानदारों के जिम्मे पूरी आबादी रह गई। जिस कारण काफी कम मात्रा में खाद की खेप क्षेत्र तक पहुंची। पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं पहुंचने के कारण किल्लत छाई रही। खाद के लिए किसानों को घंटों तक लंबी लाइन में खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। इसके बाद भी जरूरत अनुसार खाद नहीं मिल सका है। कृषि समन्वय सुधाकर प्रसाद सिंह ने बताया कि रेक नहीं लगने के कारण गुरुवार को खाद उपलब्ध नहीं हो सकी। दो दिन बाद खाद उपलब्ध किया जाएगा।

--------

500 रुपये बोरी मिल रही यूरिया

संसू, फुल्लीडुमर (बांका): प्रखंड में निर्धारित कीमत पर किसानों को यूरिया खाद उपलब्ध कराना बालू से तेल निकालना साबित हो रहा है। प्रखंड के किसानों के लिए अभी धान की फसल में यूरिया खाद देने का समय है, लेकिन फुल्लीडुमर बाजार में खुलेआम 266 रुपये का खाद 400 से 500 रुपये तक प्रति बोरी बिक रही है। इससे किसान परेशान हैं। दुकानदार कृत्रिम किल्लत दिखा कर किसानों का शोषण कर रहे हैं। पिरम्मा, रैयाचक एवं अन्य गांवों के किसानों ने बताया कि यहां सरकारी दर खाद नहीं दी जाती है। बहुत गिड़गिड़ाने के बाद 400 रुपये बोरी दी जा रही है, जबकि किसानों को निर्धारित दर पर उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए किसान सलाहकार एवं कृषि समन्वयक को तैनात किया गया है। इसके बावजूद खाद की कालाबाजारी जारी है। इस बाबत प्रखंड कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि घूम-घूम कर दुकानदारों से निर्धारित दर खाद उपलब्ध कराने का निर्देश दे रहे हैं। इसके बाद भी अगर कोई दुकान दार अधिक कीमत लेकर खाद बेच रहे हैं तो संज्ञान में आने के बाद उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.