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यूरिया की किल्लत से जूझ रहे किसानों ने किया सड़क जाम

बांका। कृषि विभाग की लापरवाही के कारण खाद विक्रेताओं की बेलहर में मनमानी चल रही है। सरकारी दर पर बिक्री का निर्देश जारी होते ही बड़ी संख्या में अनुज्ञप्तिधारियों द्वारा पूरे सीजन में खाद का उठाव नहीं किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Sep 2021 09:44 PM (IST)Updated: Tue, 21 Sep 2021 09:44 PM (IST)
यूरिया की किल्लत से जूझ रहे किसानों ने किया सड़क जाम
यूरिया की किल्लत से जूझ रहे किसानों ने किया सड़क जाम

बांका। कृषि विभाग की लापरवाही के कारण खाद विक्रेताओं की बेलहर में मनमानी चल रही है। सरकारी दर पर बिक्री का निर्देश जारी होते ही बड़ी संख्या में अनुज्ञप्तिधारियों द्वारा पूरे सीजन में खाद का उठाव नहीं किया। दूसरी तरफ उठाव करने वाले विक्रेता किसानों से मनमाने ढंग से राशि वसूल रहे हैं। स्टाक में खाद रहते हुए भी नहीं होने का बहाना बनाया जा रहा है, जबकि रात के अंधेरे में कालाबाजारी की जा रही है। इस कारण यूरिया के लिए किसानों के बीच त्राहिमाम मचा हुआ है।

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मंगलवार को खाद नहीं मिलने से उग्र हुए दर्जनों गांवों के किसानों ने बेलहर बाजार में एसएच 22 देवघर-सुल्तानगंज मुख्यमार्ग को जाम कर दिया। किसानों के समर्थन में लौढि़या पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि चांसी यादव भी उतर गए। थानाध्यक्ष विनोद कुमार के समझाने पर सड़क जाममुक्त हुआ। किसान अशोक सिंह, गंगाधर पंडित, प्रभाष कुमार, सुनील यादव, खुर्शीद आलम, मिथलेश साह आदि के अनुसार यूरिया खाद नहीं डालने कारण धान फसल खराब हो रही है। जिसका सीधा असर उपज पर पड़ेगा। खाद के लिए कई दिनों से बेलहर और साहबगंज बाजार के दुकानों का चक्कर काट रहे हैं। घंटों लाइन में भी भूखे प्यासे खड़े रहते हैं, लेकिन खाद उपलब्ध नहीं हो पाता है। जबकि साढ़े तीन से चार सौ रुपये तक में खाद बिक रही है। कृषि विभाग द्वारा भी कोई ठोस पहल नहीं किया जा रहा है। विभाग की भूमिका भी संदिग्ध है। रांगा बाजार में भी विक्रेता द्वारा सोमवार को 133 बोरी खाद वितरण कर बंद कर दिया। मंगलवार को गए किसानों को खाद नहीं रहने की बात कहकर लौटा दिया गया।

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विभागीय कर्मियों की भी भूमिका संदिग्ध:

विभाग द्वारा सभी विक्रय केंद्रों पर सलाहकार सहित अन्य कर्मियों की तैनाती की गई है। लेकिन अधिकतर केंद्रों से प्रतिनियुक्त कर्मी गायब रहते हैं। खाद स्टाक की जानकारी तक उपलब्ध नहीं हो सकती है। बताया जाता है कि दुकानदारों के सुर में ही प्रतिनियुक्त कर्मी ताल मिलाते नजर आते हैं। साहबगंज में सलाहकार के स्वजनों को ही लाइसेंस निर्गत कर दिया गया है। जिसके चलते यूरिया की किल्लत और अधिक राशि वसूलने का मामला सामने आ रहा है।

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कोट

दो दिन के अंदर यूरिया खाद की बड़ी खेप बेलहर पहुंच रही है। इसके बाद किल्लत दूर हो जाएगी। अधिक कीमत वसूलने और कालाबाजारी करने वाले विक्रेताओं खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सभी विक्रय केंद्रों पर विभागीय कर्मी नियुक्त है।

रजनीश कुमार गिरापु, बीएओ, बेलहर


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