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गोदाम से डीलरों को कम खाद्यान्न मिलने पर रोष

बांका। जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों की बैठक शनिवार को आयोजित की गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 09:48 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 09:48 PM (IST)
गोदाम से डीलरों को कम खाद्यान्न मिलने पर रोष
गोदाम से डीलरों को कम खाद्यान्न मिलने पर रोष

बांका। जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों की बैठक शनिवार को आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता फेयर प्राईस डीलर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी ने की। बैठक में गोदाम के द्वारा कम खाद्यान्न देने पर रोष प्रकट किया गया। जिलाध्यक्ष ने उपस्थित सदस्यों से कहा कि गोदाम से खाद्यान्न का सही तौल नहीं दिया जाता है। जिससे डीलरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि प्रति बोरी में 51 किलोग्राम की जगह मात्र 47 किलोग्राम ही अनाज दिया जाता है। साथ ही केरोसिन भी प्रति ड्राम आठ से दस लीटर कम दिया जाता है। जिससे डीलर को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। मौके पर दिलीप कुमार राय, योगेंद्र प्रसाद साह, सुनील कुमार सुमन, शंकर दास, नागेश्वर यादव, जयप्रकाश ¨सह, उमेश मिश्र, गणेश प्रसाद यादव, मनोज कुमार चौधरी, अमन कुमार रंजन, सुबोध कुमार, राजेंद्र प्रसाद मंडल सहित अन्य उपस्थित थे।

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प्रति बोरी चार किलो अनाज की कटौती :

खाद्यान्न कालाबाजारियों के साथ कुछ अधिकारियों के काली कमाई का जरिया भी है। इस कारण गरीबों का निवाला उनके थाली तक नहीं पहुंचकर कालाबाजारियों के हाथों तक पहुंच जाता है। इसका बड़ा नेटवर्क काम करता है। पिछले दिनों भी शंभूगंज राजीव पांडेय के मिल से 900 बोरी खाद्यान्न जब्त किया गया था। लेकिन प्राथमिकी के बाद कुछ नहीं हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि अगर सही रुप से इसकी जांच की जाए तो गोदाम के एजीएम सहित अन्य लोगों का फंसना तय है। इस काली कमाई का कुछ भाग मुख्यालय तक भी पहुंचाया जाता है। वहीं, तेल में भी लाखों रुपये की हेराफेरी हो रही है।


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