दुल्हन की तरह सज गई नदी घाट, डूबते सूर्य को अर्घ्य आज
बांका। आस्था के महापर्व छठ के माहौल में पूरा शहर से लेकर गांव डूब गया है। घर-बाहर, नदी-सरोबर चहुंओर छठ की महिमा हो रही है।
बांका। आस्था के महापर्व छठ के माहौल में पूरा शहर से लेकर गांव डूब गया है। घर-बाहर, नदी-सरोबर चहुंओर छठ की महिमा हो रही है। छठ पर्व का मुख्य केन्द्र मानी जाने वाली सभी नदियां दुल्हन की तरह सज गई है। सभी छठ घाटों को दुल्हन की तरह सज गया है। घाट पर केला का थंभ, रंग-बिरंगे पताका, व झिलमिल लाइ¨टग से आकर्षक बनाया जा रहा है। इसके अलावा नदी में भव्य प्रवेश द्वार बनवाया गया है। इसके साथ ही जगह-जगह हे छठी मईया का श्लोक उकेरा गया है। सचमुच छठ घाट की सूरत पूरी तरह दुल्हन सी सज गई है। वहीं, छठ पर्व को लेकर भक्तिमय वातावरण बना हुआ है। अस्तचलगामी सूर्य की उपासना की सारी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। शहर में मुख्य रूप से तारामंदिर, विजयनगर, विदायडीह समीप बहने वाली ओढ़नी नदी तट व भयहरण स्थान, एमआरडी स्कूल व अलीगंज समीप बहने वाली चांदन नदी में छठ का अरघ श्रद्धालू देंगे। चांदन नदी में महिलाओं के कपड़ा बदलने के लिए केबिन बन कर तैयार हो गया है।
-------------- आज होगी प्रतिमा स्थापित : छठ पर्व को लेकर शहर में कई जगह सूर्य भगवान, छठी मईया व कार्तिक की प्रतिमा स्थापित होती है। जिसमें मुख्य स्थान के रूप में भयहरण स्थान, एमआरडी सूर्य मंदिर, अलीगंज स्थित सूर्य मंदिर, विजयनगर व तारा मंदिर, ओढ़नी नदी छठ घाट शामिल हैं। छठ पर्व को लेकर जुटे श्रद्धालु स्थापित प्रतिमा का पूजन करना नहीं भूलते हैं।