बर्ड फ्लू की आशंका पर पशुपालन पदाधिकारी ने की जांच
बांका। लगातार कौआ, बतक, मुर्गी, और कबूतर के मरने का सिलसिला जारी है।
बांका। लगातार कौआ, बतक, मुर्गी, और कबूतर के मरने का सिलसिला जारी है। सोमवार को जागरण में वर्ड फ्लू की आशंका वाली खबर छपने के बाद चांदन अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी एके सिन्हा टीम के साथ चांदन के वार्ड 10 सहित कुछ जगहों का निरीक्षण किया। और लोगों को वर्ड फ्लू के बचाव के तरीके के बारे में जानकारी दी। साथ ही साथ बीमार मुर्गे को मारने की भी सलाह दी। साथ यह भी बताया कि मरे हुए पक्षियों को खुले में ना फेंके, और इससे जमीन में गड्ढे कर मिट्टी से ढक दें। जिससे बीमारी नहीं फैलती है। अगर इसे खुले में छोड़ देंगे तो बीमारी फैलने का अंदेशा बना रहता है। रविवार की रात को भी चांदन पंचायत के कनोदिया गांव से बासुदेव राय के घर 30 कबूतर के मरने की खबर है। इसी तरह कई और गांव से भी कबूतर मुर्गा के मरने की सूचना लगातार सूचना मिल रही है। चिकित्सा प्रभारी एके सिन्हा ने कहा कि जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि किस बीमारी के कारण मौत हो रही है।