कृषि प्रदर्शनी का हर पल निखर रहा रूप
बांका। मंदार महोत्सव सह बौंसी मेला आरंभ होने में अब दो दिन बचा है। ऐसे में मेले की तैयारी परवान पर है।
बांका। मंदार महोत्सव सह बौंसी मेला आरंभ होने में अब दो दिन बचा है। ऐसे में मेले की तैयारी परवान पर है। मंदार महोत्सव के सांस्कृतिक मंच निर्माण कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 14 जनवरी से आरंभ होने वाले महोत्सव के सांस्कृतिक मंच से बॉलीवुड कलाकारों के अलावा स्थानीय कलाकार 17 जनवरी तक अपना जलवा बिखेरेंगे। वहीं 18 को मंदार महोत्सव के कार्यक्रम में भागीदारी करने वाले कलाकार व किसानों को पुरस्कृत कर प्रमाण पत्र दिया जाना है। बौंसी मेला को राजकीय मेला का दर्जा मिलने के बाद पर्यटन विभाग की आवंटित 25 लाख राशि से सांस्कृतिक मंच का तामझाम पूरे जोर-शोर से किया जा रहा है। नव निर्माणाधीन मुनेश्वर ¨सह कृषि प्रदर्शनी केंद्र को सजाने संवारने में अधिकारी व कर्मी लगे हुए हैं। प्रदर्शनी को फूल-पत्तियों से सजाया गया है। वहीं पटना से आए आर्किटेक्ट पैरिश उडेड निर्मित गौरैया, ड्रैगन, ऐरावत और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बालिका आकृति आकर्षण का केंद्र बनेगा। पापहरणी सरोवर के साथ मंदार की उडेन शिल्पकला स्थानीय कलाकार सुसज्जित कर रहे हैं। आर्ट एंड क्राफ्ट का फार्मर मिश्रित थीम पर वुडन क्राफ्ट की कला प्रदर्शनी सजाई जाएगी। कृषि प्रदर्शनी में 11 कृषि यंत्र के काउंटर रहेंगे। वहीं बांका झिरवा और बेलहर का मशरूम उत्पादन प्रदर्शन का दो काउंटर रहेगा। यहां इसकी बिक्री भी होगी। हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए फॉर्म टू फैब्रिक के चार काउंटर रहेंगे। यहां हस्तकरघा वस्त्रों के उत्पादन के साथ बिक्री केंद्र रहेगा। सौर ऊर्जा चालित बो¨रग मशीन को संचालन करने वाले ब्रेडा के साथ मत्स्य, पशुपालन, जयप्रभा महिला विकास केंद्र उत्पादित वस्तुओं के अलावा आत्मा, बैंक का भी काउंटर रहेगा। तीन बड़े दीपक में तैरता फूल पत्तियां आकर्षण का केंद्र होगा। इसकी जानकारी पटना टेंट हाउस के संचालक अनुज कुमार ने दी है। इसके ठीक आगे मंदार की आकृति में भव्य प्रवेश द्वार बनाया गया है।