टमाटर, मशरूम और आम के लिए लगेंगे फूड प्रोसेसिग
बांका। कृषि को बढ़ावा देने के लिए बुधवार को जिला कृषि सभागार में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम डीएम कुंदन कुमार की अध्यक्षता में हुई।
बांका। कृषि को बढ़ावा देने के लिए बुधवार को जिला कृषि सभागार में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम डीएम कुंदन कुमार की अध्यक्षता में हुई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कृषि में काफी संभावनाएं है। नई तकनीक से खेती करने से किसानों की अर्थ व्यवस्था भी सुधरेगी।
जिले में तीन हजार एकड़ जमीन में टमाटर की खेती की जाती है, लेकिन किसानों को इसके सही दाम नहीं मिलते। टमाटर सॉस बनाने से इसे एक वर्ष तक रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिले में फूड प्रोसेसिग की स्थापना होगी। इससे टमाटर, मशरूम, आम का उत्पादन करनेवाले किसान मालामाल होंगे।
डीएम ने कहा कि फसलों की सेल्फ लाईफ कम होने के कारण कभी औने-पौने दाम पर टमाटर, मशरूम आदि को बिक्री करनी पड़ती है। पैकेजिग के बाद इन उत्पादों का सेल्फ लाईफ छह माह से लेकर एक साल तक बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि लेमन ग्रास से तेल निकालने के बाद उसके कचरे से थैला का निर्माण होगा। इसके लिए युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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मधुमक्खी पालन पर बल
कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने बताया कि बिना कोई लागत से मधुमक्खी पालन कर किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं। इससे तिलहन का भी उत्पादन बढ़ेगा। इसके लिए इस बार तीन हजार बक्शे का वितरण होगा। इसमें एक किसान को 50 बॉक्स दिए जाने का प्रावधान है।
जिले में लगेगा सिमिग मशीन की फैक्ट्री
डीएम ने पंजाब मोहाली से आए उद्यमी दिनेश कुमार से जिले में सिमिग मशीन फैक्ट्री लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यहां फैक्ट्री लगने से यहां के दो से तीन सौ युवाओं को रोजगार मिलेगा। डीएम ने उद्यमी को जिले में प्लांट लगाने में सरकारी स्तर से हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। दिनेश कुमार ने बताया कि उनके द्वारा पैकेजिग यूनिट लगाने के अतिरिक्त यह सीलिग मशीन भी बनाया जाता है। इस सीलिग मशीन का मूल्य लगभग दो लाख रूपये है।
जिले में 42 हजार है बंजर भूमि
डीएम ने कहा कि जिले में कुल 42 हजार 961 एकड़ भूमि बंजर है। 197 एकड़ बंजर भूमि पर आम के बगीचे लगाएं गए है। वहीं इस बार तीन हजार पेड़ लगाएं जाएंगे। इसमें 90 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाता है। इस बार 25 सौ एकड़ बंजर भूमि पर वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा गया है।