नल-जल योजना से आधे गांव को भी पानी नहीं
बांका। जयपुर पंचायत के नारायणपुर गांव में डेढ़ करोड़ की लागत से बनी नल-जल योजना से आधे लोगों को भी पानी नहीं मिल रहा है।
बांका। जयपुर पंचायत के नारायणपुर गांव में डेढ़ करोड़ की लागत से बनी नल-जल योजना से आधे लोगों को भी पानी नहीं मिल रहा है। इतने बड़े वाटर प्लांट से सिर्फ वार्ड नंबर पांच एवं छह के नारायणपुर गांव में मात्र 20 मिनट ही पानी मिल पाता है।
शुक्रवार को जांच में पहुंचे विश्व बैंक के अधिकारी सत्यनारायण ने बताया कि अबतक बांका जिला की सात परियोजनाओं का निरीक्षण किया गया है। जिसमें सबसे खराब स्थिति जयपुर की है। पंचायत के पूर्व मुखिया हरेंद्र शर्मा ने पानी टंकी से पानी रिसाव होने की शिकायत की। जबकि उपभोक्ता ने दूषित पानी आने को लेकर वाटर फिल्टर लगाने की मांग की। अभियंता अमित कुमार से वाटर रिपोर्ट तलब की। स्थानीय लोगों ने अधिकारी से शिकायत की कि एक नंबर से छह नंबर वार्ड तक वॉटर कनेक्शन लिया गया है। जबकि मात्र दो वार्ड 5 और 6 में ही पानी क्षण भर के लिए मिल पाता है। अधिकारी ने ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज करते हुए कई खामियां अभियंता को गिनाई। पानी टंकी पर वज्रपात रोधक यंत्र में तार की जगह एल्यूमिनियम पट्टी लगाने का निर्देश दिया। जबकि वाटर टैंक में उतरने के लिए लोहे की जगह स्टील सीढ़ी लगाने को कहा। जिससे पानी दूषित होने से बच सके। बिजली के अभाव में कई दिनों तक पानी नहीं मिलने की रिपोर्ट पर अधिकारी ने सोलर प्लेट लगाने का निर्देश दिया। इसके लिए यहां पर्याप्त जगह भी है। पेयजल आपूर्ति किसी भी सूरत में बाधित नहीं हो इसका ध्यान रखने के लिए अधिकारी को निर्देशित किया गया। इस मौके पर कनीय अभियंता सुरेंद्र कुमार, पूर्व मुखिया हरेंद्र शर्मा, टुकटुक शर्मा सहित अन्य मौजूद थे।