मॉक पोल को डिलिट करना ना भूलें पीठासीन
बांका। संसदीय चुनाव का नामांकन अंतिम चरण में पहुंचने के साथ ही प्रशासनिक स्तर से मतदान की तैयारी भी तेज हो गयी है।
बांका। संसदीय चुनाव का नामांकन अंतिम चरण में पहुंचने के साथ ही प्रशासनिक स्तर से मतदान की तैयारी भी तेज हो गयी है। चुनाव आयोग के निर्देश पर सोमवार से मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया। पहले दिन डायट और समुखिया कॉलेज में पीठासीन पदाधिकारियों का प्रशिक्षण शुरु हुआ। चुनाव में लगाये गये करीब 22 सौ पीठासीन पदाधिकारियों को छोटे-छोटे ग्रुप में ईवीएम संचालन के साथ वीवीपैट से इसे जोड़ने के बाद पूरी मतदान प्रक्रिया समझायी गयी। इसके अलावा बूथ पर मतदान के दौरान पीठासीन पदाधिकारी के कार्य की एक-एक जानकारी उन्हें दी गयी। प्रशिक्षकों ने सबसे पहले वीवीपैट को बीयू से जोड़ने, फिर बीएयू को सीयू से जोड़ने और ईवीएम को चालू करने की प्रक्रिया बतायी गयी। प्रशिक्षकों ने कहा कि हर बूथ पर सुबह छह बजे के बाद मॉक पोल शुरू कर देना है। पीठासीन पदाधिकारी कर्मी और पोलिग एजेंट के साथ कम से कम 50 मॉक पोल करेंगे। मॉक पोल सभी प्रत्याशी के सामने वाला बटन दबा कर देना है। मतदान के दौरान एजेंट को वीवीपैट मशीन में भी प्रिट दिखा कर संतुष्ट करना है। इसके बाद मॉक पोल की गणना कर सभी को दिखा देंगे। इसकी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सभी मॉक पोल को अनिवार्य रूप से डिलिट करेंगे। पीठासीन पदाधिकारी अनिवार्य रूप से इस जिम्मेदारी को पूरा करेंगे। ऐसा नहीं करने पर वहां मतदान रद करना पड़ जाएगा। मॉक पोल डिलिट करने के बाद सीयू को सील कर सात बजे से पहले मतदान के लिए तैयार हो जाएं। फिर मतदान के दौरान आने वाली समस्या, हर दो घंटे बाद मतदान की स्थिति की रिपोर्ट के बाद मतदान समाप्ति के बाद की पूरी प्रक्रिया बतायी गयी। इसके बाद पीठासीन पदाधिकारी से ईवीएम चलवा कर इसका अभ्यास कराया गया। मंगलवार को मतदान में लगे सभी पी-वन को इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण की यह प्रक्रिया दो केंद्र पर लगातार जारी रहेगी।