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इस माह 63 में 36 डीलरों ने उठाया है खाद्यान्न

बांका। क्षेत्र के भूमिहारा गांव के बाबा राइस मिल में 900 बोरी खाद्यान्न जब्त मामले में जनजागरण अभियान समिति के संयोजक रामजी यादव, आरटीआइ कार्यकर्ता सतीष आनंद, सामाजिक कार्यकर्ता विभूति प्रसाद ¨सह, समरेश ¨सह समर ने स्थानीय कुछ जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों की कुंडली खंगालने की मांग की है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 09:37 PM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 09:37 PM (IST)
इस माह 63 में 36 डीलरों ने उठाया है खाद्यान्न
इस माह 63 में 36 डीलरों ने उठाया है खाद्यान्न

बांका। क्षेत्र के भूमिहारा गांव के बाबा राइस मिल में 900 बोरी खाद्यान्न जब्त मामले में जनजागरण अभियान समिति के संयोजक रामजी यादव, आरटीआइ कार्यकर्ता सतीष आनंद, सामाजिक कार्यकर्ता विभूति प्रसाद ¨सह, समरेश ¨सह समर ने स्थानीय कुछ जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों की कुंडली खंगालने की मांग की है। बताया कि एसएफसी एवं क्षेत्र के कुछ जन वितरण दुकानदारों की मिली भगत से गरीबों के हक की कालाबाजारी का खेल लंबे समय से जारी है। भूमिहारा गांव में नहीं बल्कि मिर्जापुर, नारायणपुर, बेलारी, कसबा, वारसावाद, बिरनौधा आदि जगहों पर भी खाद्यान्न कालाबाजारी का खेल बडे़ पैमाने पर होता है। ज्ञात हो कि दो वर्ष पूर्व कसबा गांव के एक व्यापारी के घर भारी मात्रा में खाद्यान्न एवं सात सौ लीटर केरोसिन की छापेमारी तत्कालीन एसडीओ शिव कुमार पंडित एवं बीडीओ राकेश कुमार ने की थी। उस वक्त विभागीय मैनेज का खेल ऐसा चला कि रातों रात ड्रम में रखा केरोसिन पानी बन गया था। इस बाबत एसएफसी एजीएम धर्म प्रसाद ने बताया कि प्रखंड में 63 जनवितरण प्वाइंट बने हुए हैं। जिसमें नवम्बर में मात्र 38 डीलरों को खाद्यान्न आवंटित किया गया है।

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