नारी सर्वत्र पूज्यते : सांसद
औरंगाबाद। सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में बुधवार को ¨लग संवेदीकरण सह महिला सशक्तीकरण पर
औरंगाबाद। सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में बुधवार को ¨लग संवेदीकरण सह महिला सशक्तीकरण पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। उद्घाटन सांसद सुशील कुमार ¨सह, कुलपति कमर अहसन, प्राचार्य वेदप्रकाश चतुर्वेदी, प्रोफेसर इंदुभूषण शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। संचालन प्रो. सचिन कुमार एवं नेहा कुमारी ने किया। सांसद ने कहा कि हमारे संस्कार की तुलना मिथिला की संस्कृति से की जाती है। वहां की संस्कृति से हमारा संस्कृति कम नही है। मगध की धरती संस्कार की धरती है। मगध की संस्कृति सबसे मजबूत है। यहां के वीर जवानों ने देश के लिए कुर्बानी दी है। कहा कि नारी सर्वत्र पूज्यते। नारी की पूजा समाज में होती है। नारी की प्रधानता समाज में होना चाहिए। नारी दुर्गा एवं लक्ष्मी, सरस्वती का स्वरूप है। कुलपति ने कहा की महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए कानून बने हैं, परंतु प्रभावी ढंग से कार्य नहीं कर रहा है। समाज में आवाज बुलंद करने की जरूरत है। प्राचार्य ने कहा कि नारी सशक्तीकरण की पहली प्रयोगशाला उसका अपना परिवार है। नारी सशक्तीकरण मात्र राजनीतिक नारा नहीं, बल्कि एक गंभीर सामाजिक समस्या है। महिला समाज की सदस्य है। आज भी हमारा समाज उन कुरीतियों से आजाद नहीं हो पाया है जिनसे हम सदियों से जकड़े हुए हैं। पटना कॉलेज ऑफ कॉमर्स के प्रोफेसर शिवकुमार यादव ने कहा कि आजादी के इतने सालों बाद भी महिलाओं की स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। उन्होंने सरकार द्वारा चलाई गई उड़ान सुकन्या, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इत्यादि के बारे में चर्चा की। महिलाओं का देश निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका रही है और एक सुशिक्षित महिला ही एक अच्छे परिवार की नींव डाल सकती है। डॉ. निरंजय कुमार ने माइक्रो फाइनेंस एंड महिला सशक्तिकरण पर प्रस्तुति दिया। कार्यक्रम में प्रो. इंदुभुषण शर्मा, प्रो. शिवपुजन ¨सह, प्रो. केके ¨सह, प्रो. देवेंद्र ¨सह, एकाउंटेंट मनोज कुमार ¨सह, प्रधान सहायक शक्ति कुमार ¨सह, प्रो. सीएस पांडेय, डा. हेरंब मिश्रा, प्रो. अमित मिश्रा, प्रो. कौशर सफाद, प्रो. आलोक कुमार, प्रो. निरज कुमार, प्रो. अनुपम ¨सह, प्रो. रिजवान अहमद, प्रो. संजय ¨सह, आरके बरियार, प्रो. अनिल कुमार ¨सह, प्रो. संजय ¨सह, प्रो. सुनिल कुमार सिन्हा, प्रो. ओमप्रकाश ¨सह, प्रो. भीम ¨सह, प्रो. अजीत ¨सह, प्रो. शम्पा घोष, प्रो. अंशु कुमारी, निधि तिवारी, शक्ति कुमार ¨सह, बालमुकुंद झा, राजेश मिश्रा, अभिषेक दूबे एवं मनीष कुमार नागवंशी उपस्थित थे।