नवीनगर के आठ पंचायतों में पानी को मचा हाहाकार
गर्मी की मौसम के शुरुआत के साथ ही प्रखंड के टंडवा पंचायत समेत दक्षिणी आठ पंचायतों मे पानी के लिए हाहाकार मचा है। ग्रामीण पीने की पानी को तरस रहे हैं।
औरंगाबाद। गर्मी की मौसम के शुरुआत के साथ ही प्रखंड के टंडवा पंचायत समेत दक्षिणी आठ पंचायतों मे पानी के लिए हाहाकार मचा है। ग्रामीण पीने की पानी को तरस रहे हैं। वैसे भी यह इलाका बारिश के पानी पर निर्भर रहता है। अच्छी बारिश नहीं होने के कारण नवीनगर प्रखंड का यह इलाका सूखे की मार झेल रहा है। गर्मी के इस मौसम में लोगों को पानी की परेशानी से निजात दिलाने के लिए पीएचइडी विभाग को पहले से ही पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए थी ताकि गर्मी के मौसम में किसी भी क्षेत्र के लोगों को पीने के पानी की समस्या से जूझना नही पड़े। पीएचइडी विभाग के अधिकारियों का इस गंभीर समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं है जिस कारण अप्रैल माह से ही ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या उत्पन्न होने लगी है। गर्मी की शुरूआत हो चुकी है और ग्रामीण क्षेत्र में गर्मी का असर दिखने लगा है। ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। ग्रामीण दूर-दूर से पानी भरने के लिए मजबूर हैं। इन दिनों पीने के पानी के लिए भारी समस्या उत्पन्न होने लगी है। कई हैंडपंप सूख चुके है तो कई मरम्मत के अभाव में बेकार पड़े हुए है। जिससे ग्रामीण लोग प्रशासन को कोसते है। क्योंकि प्रशासन की अनदेखी के कारण ही यहां जल संकट शुरू हो गया है और प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि यह पंचायत कई छोटे छोटे गांवों को जोड़ने वाली पंचायत है बाजार के कई चौक चौराहों पर पीने की पानी का व्यवस्था नहीं है। सिर्फ एक चापाकल ठाकुरबाड़ी के समीप में है जिससे पूरे बाजार के लोग अपनी प्यास बुझाते है। जल स्तर काफी निचे चले जाने के कारण चापाकल से थोड़ी थोड़ी पानी दे रही है जिससे लोगो के बीच पीने की पानी की समस्या उत्पन्न हो रही है। सरपंच रहे अजय साहसी ने बताया की कई बार बेकार पड़े चापाकल को मरम्मत करने तथा नए चापाकल लगाने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी को आवेदन दिया गया है लेकिन अधिकारियों के द्वारा केवल आश्वासन दिया जा रहा है।