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छापेमारी में गिरफ्तार किए गए भाकपा माओवादी के दो नक्सली

औरंगाबाद। मदनपुर थाना क्षेत्र के अति नक्सल प्रभावित दक्षिणी उमगा पंचायत के कनौदी गांव के पास सड़क में भाकपा माओवादी नक्सलियों के द्वारा आइइडी लगाए जाने की सूचना पर गुरुवार को जिला पुलिस से लेकर सीआरपीएफ के सुरक्षाबलों में हड़कंप मच गया। सूचना पर सीआरपीएफ का बम निरोधक टीम सुरक्षाबलों के साथ कनौदी गांव पहुंची। जंगल को जाने वाली सड़क की डिमाइनिग की। हालांकि डिमाइनिग के दौरान आइइडी बरामद नहीं हुई। जिला पुलिस के साथ सुरक्षाबलों ने सर्च अभियान चलाया। सर्च अभियान के दौरान दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 08:28 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 05:06 AM (IST)
छापेमारी में गिरफ्तार किए गए भाकपा माओवादी के दो नक्सली
छापेमारी में गिरफ्तार किए गए भाकपा माओवादी के दो नक्सली

औरंगाबाद। मदनपुर थाना क्षेत्र के अति नक्सल प्रभावित दक्षिणी उमगा पंचायत के कनौदी गांव के पास सड़क में भाकपा माओवादी नक्सलियों के द्वारा आइइडी लगाए जाने की सूचना पर गुरुवार को जिला पुलिस से लेकर सीआरपीएफ के सुरक्षाबलों में हड़कंप मच गया। सूचना पर सीआरपीएफ का बम निरोधक टीम सुरक्षाबलों के साथ कनौदी गांव पहुंची। जंगल को जाने वाली सड़क की डिमाइनिग की। हालांकि डिमाइनिग के दौरान आइइडी बरामद नहीं हुई। जिला पुलिस के साथ सुरक्षाबलों ने सर्च अभियान चलाया। सर्च अभियान के दौरान दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।

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गिरफ्तार नक्सलियों में कनौदी गांव निवासी विशुनपत भोगता एवं सुदामा रिकियासन शामिल हैं। दोनों से मदनपुर थाना में पूछताछ की जा रही है। मामले की सूचना के बाद एसपी सुधीर कुमार पोरिका भी मदनपुर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। एसपी ने सर्च अभियान में नक्सली विशुनपत एवं सुदामा की गिरफ्तारी की पुष्टी की है। बताया कि दोनों भाकपा माओवादी नक्सली के सहयोगी हैं। बताया जाता है कि नक्सलियों के द्वारा जिस सड़क में आइइडी लगाए जाने की सूचना मिली उस सड़क से सुरक्षाबल जंगल में नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन में जाती है। बताया गया कि नक्सल इलाके के सभी मतदान केंद्र से लेकर सड़क एवं पुल पुलियों की डिमाइनिग कराई जा रही है। स्वान टीम से जांच कराई जा रही है। चुनाव को लेकर पहुंची पारामिलिट्री फोर्स की 66 कंपनी

जिले में प्रथम चरण में हो रहे विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त कराने के लिए जिले में अबतक सीआरपीएफ एवं बीएसएफ की 66 कंपनी यहां पहुंच चुकी है। दो कंपनी सीआरपीएफ की महिला बटालियन की है। सभी कंपनी के सुरक्षाबलों को विभिन्न थाना क्षेत्रों के विद्यालयों में आवासन कराया गया है। बाहर से पहंचे पारा मिलिट्री फोर्स की मौजूदगी जिले में दिखने लगी है। हर जगह सुरक्षाबल नजर आने लगे हैं। बाहर से आए सुरक्षाबलों को नक्सल के खिलाफ सर्च अभियान में लगाया गया है। कंपनी के सुरक्षाबलों से एरिया डोमिनेशन कराया जा रहा है। सड़कों पर वाहनों की जांच अभियान में लगाया गया है। जिले के दक्षिणी इलाके के जंगल और पहाड़ की घेराबंदी कर नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया जा रहा है। यह जंगल झारखंड के पलामू और गया जिला के आमस, डुमरिया, लुटुआ, इमामगंज एवं बांकेबाजार थाना क्षेत्र में फैला है और नक्सलियों का इस जंगल में जमावड़ा रहता है। जंगल से नक्सलिगिरफ्तार किए गए हैं।यों को खदेड़ने की रणनीति बनाकर छापेमारी अभियान और एरिया डोमिनेशन किया जा रहा है। जिले के हर मतदान केंद्रों पर पारा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की जा रही है। बताया जाता है कि इस विधानसभा चुनाव में जिले को करीब 105 कंपनी मिलने की सूचना मिली है। राज्य में पहले चरण में चुनाव है जिस कारण चुनाव आयोग पहले चरण का चुनाव पुरी तरह से शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त कराने की पूरी तैयारी की है। पूरे जिले को सुरक्षाबलों से छावनी में तब्दील किया जा रहा है।


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