स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड में दो अपराधी गिरफ्तार
मदनपुर में पांच मई को स्वर्ण व्यवसायी रामप्रवेश सिंह की हत्या कर नगदी व जेवरात से भरा बैग लूट लेने की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। हत्याकांड
औरंगाबाद। मदनपुर में पांच मई को स्वर्ण व्यवसायी रामप्रवेश सिंह की हत्या कर नकदी व जेवरात से भरा बैग लूट लेने की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। एसपी द्वारा गठित टीम ने हत्याकांड में शामिल दो अपराधियों को गिरफ्तार कर मंगलवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में पेश किया। उसके बाद जेल भेज दिया है। गिरफ्तार अपराधियों में गया जिले के शेरघाटी थाना के मोहम्मदपुर गांव निवासी बसंत चौहान एवं मदनपुर थाना के खिरियावां गांव का अरूण चौहान शामिल हैं। गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने एक देसी पिस्टल, तीन कारतूस, घटना में प्रयुक्त बाइक एवं व्यवसायी से लूटे गए 10 हजार रुपये नकदी बरामद किया है। एसपी दीपक वर्णवाल ने बताया कि गिरफ्तार बसंत ने ही आभूषण व्यवसायी को गोली मारी थी। वह कुख्यात अपराधी है। बिहार एवं झारखंड के विभिन्न थानों में इसके खिलाफ हत्या, लूट एवं डकैती के कई मामले दर्ज है। एसपी ने बताया कि स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड में बसंत एवं अरूण के पहले गया जिले के आमस थाना के महापुर गांव निवासी गोविद गोस्वामी को देसी पिस्टल एवं कारतूस के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। गिरफ्तार कर जेल भेजे गए तीनों अपराधियों ने स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। अपराधियों द्वारा दिए गए बयान के अनुसार व्यवसायी हत्याकांड में कुल छह अपराधी शामिल हैं। गिरफ्तार अपराधियों के अलावा शेरघाटी थाना के चख पर निवासी राजू दास, मोहम्मदपुर निवासी पंकज यादव एवं गुरारू थाना के गंगटी गांव के गुरुचरण चौहान का नाम सामने आया है। लेकिन ये तीनों आरोपी फरार हैं। एसपी ने बताया कि तीनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार बसंत का ससुराल सलैया थाना के सईद बिगहा गांव में है। वह अपने चचेरा साला अरूण के साथ स्वर्ण व्यवसायी की हत्या करने के लिए मदनपुर बाजार पहुंचा था और घटना की रेकी की थी। रेकी के बाद अपने साथियों के साथ बसंत घटना के दिन दो बाइक से मदनपुर पहुंचा था। बसंत, राजू एवं अरूण व्यवसायी की दुकान पर पहुंचे थे और उनका चेहरा पहचान किया था। शाम को जब आभूषण व्यवसायी दुकान बंद कर घर जा रहे थे कि वीआइपी मोहल्ला के पास उनकी हत्या कर आभूषण व नकदी लूट लिए। एसपी के अनुसार व्यवसायी को दुकान पर पहचान करने के बाद सभी अपराधी टिकवा स्थान पहुंचे थे और वहीं पर खाना खाए थे। लूटपाट के दौरान व्यवसायी ने विरोध किया तो बसंत एवं राजू ने गोली मार दी। एसपी ने बताया कि घटना में शामिल अपराधियों की पैशन प्रो बाइक बीआर02एबी-5421 को बसंत के निशानदेही पर पंकज के घर से बरामद किया गया है। एसपी के अनुसार बसंत घटना के दिन अपने पास बम रखे हुए था। जो बम विस्फोट कर गया था जिससे बसंत का दोनों हाथ जख्मी हो गया था। भदवा बैंक लूट में शामिल था बसंत
स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड में गिरफ्तार बसंत चौहान रफीगंज के भदवा ग्रामीण बैंक लूट मामले में शामिल था। भदवा बैंक लूट मामले में उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है। 28 सितंबर 2016 को लुटेरों ने भदवा बैंक को लूटा था। एसपी ने बताया कि बसंत, राजू एवं गुरुचरण यहां के कौन-कौन से मामलों में शामिल रहे हैं इसकी जांच की जा रही है। झारखंड में भी तीनों अपराधियों ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है। पुरस्कृत किए जाएंगे एसआइटी के अधिकारी
आभूषण व्यवसायी हत्याकांड में पर्दाफाश करने के मामले में एसआइटी के अधिकारी एवं पुलिसकर्मी पुरस्कृत किए जाएंगे। कांड का पर्दाफाश के लिए एसपी के द्वारा छापेमारी दल का गठन किया गया था। एएसपी अभियान राजेश कुमार सिंह एवं एसडीपीओ अनूप कुमार के नेतृत्व में गठित टीम में मदनपुर सर्किल इंस्पेक्टर नसीम अहमद, इंस्पेक्टर श्यामकिशोर सिंह, थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी एवं डीआइयू शाखा के दारोगा रामइकबाल यादव को पुरस्कार दिया जाएगा।
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