गांव नहीं छोड़ा तो काट दी 'गर्दन'
देवकुंड थाना के महाराजगंज गांव में सोमवार रात्रि हुए ट्रिपल मर्डर की जांच शुरु ह78
औरंगाबाद। देवकुंड थाना के महाराजगंज गांव में सोमवार रात्रि हुए ट्रिपल मर्डर की जांच शुरु हो गई है। जांच के दौरान पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं। मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा है। बताया जाता है कि मृतक परमेश्वर पासवान का पुत्र गोरेलाल पासवान का हथियारा गांव निवासी बौद्ध यादव की पुत्री के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। कुछ दिन पहले प्रेमिका घर छोड़ भाग गई थी। परिजनों की माने तो मामला जब तूल पकड़ने लगा तो बंतारा पंचायत मुखिया अख्तियार खान के घर पंचायती हुआ। पंचायती में दोनों के परिजन उपस्थित थे। निर्णय लिया गया कि परमेश्वर पासवान का पुत्र गोरेलाल पासवान पांच वर्षो तक गांव से बाहर रहेगा। वह गांव नहीं आएगा, अगर गांव में रहा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पंचायत के निर्णय के अनुसार गोरेलाल लुधियाना चला गया। वह दो माह से लुधियाना में रह रहा है, फिर भी उसके परिजनों को दबंग धमकी दे रहे थे। मृतक विनय पासवान का पुत्र सनोज एवं मनोज पासवान ने बताया कि बौद्ध यादव, जयमंगल यादव एवं अशोक मेहता चाचा गोरेलाल यादव को बुलाने के लिए दबाव बना रहे थे। कह रहे थे कि उसे गांव बुलाओ नहीं तो तुम्हारे परिवार को बर्बाद कर देंगे। दो माह से जयमंगल एवं अशोक धमकी दे रहे थे। धमकी से पूरा परिवार सहमा हुआ था तभी सोमवार रात्रि बौद्ध यादव, जयमंगल यादव एवं अशोक मेहता अपने समर्थकों के साथ महाराजगंज गांव पहुंचा और परमेश्वर पासवान, उनके पुत्र विनय पासवान एवं चंद्रेश पासवान की हत्या कर दी। मृतक परमेश्वर के भाई मलकेश पासवान ने पुलिस को बताया कि उक्त लोगों ने पहले विनय एवं चंद्रेश को गोली मारी। बाद में भाई परमेश्वर पासवान को टांगी से काट डाला। परिजनों ने बताया कि हत्या के कुछ ही देर बाद मुखिया गांव पहुंचे। पुलिस को सूचना दी गई तो रात्रि में ही थानाध्यक्ष पवन कुमार पुलिसकर्मियों के साथ गांव पहुंचे एवं दोषियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरु की। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पांच को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद से इलाके में दहशत व्याप्त है। घटना की सूचना पर पूर्व विधायक डा. रणविजय कुमार महाराजगंज गांव पहुंचे। मृतक के परिजनों से मिलकर सांत्वना दिया।
राज्य में बढ़ रहा अपराध : विधायक
औरंगाबाद : गोह विधायक मनोज शर्मा ने मंगलवार को कहा कि राज्य में अपराध बढ़ गया है। अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं है। तीन दलितों की हत्या इसका उदाहरण है। विधायक ने कहा कि पुलिस सजग होती तो यह घटना नहीं घटती। तीन लोगों की हत्या निर्मम तरीके से की गई है। राज्य सरकार प्रत्येक मोर्चे पर विफल है। राज्य की स्थिति यह है कि अपराधी हत्या एवं लूट की घटना को अंजाम दे फरार हो जा रहे हैं। दहशत के माहौल में नागरिक जीने को विवश हैं। मृतक के परिजन को 25 लाख रुपये मुआवजा एवं नौकरी दिए जाने की मांग की।