दादर में सूर्य स्तंभ की ग्रामीणों ने की पूजा
औरंगाबाद। प्रखंड के दादर गांव स्थित सत्ययुगकालीन तालाब स्थित सूर्य स्तंभ की विधिवत पूजा की गई। पंडित
औरंगाबाद। प्रखंड के दादर गांव स्थित सत्ययुगकालीन तालाब स्थित सूर्य स्तंभ की विधिवत पूजा की गई। पंडित श्रीकांत पाठक ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा की। 108 बार सामूहिक गायत्री मंत्रोचार किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि यह तालाब कांस्यकाल से लेकर गुप्त काल की गतिविधियों का साक्षी रहा है। विद्वानों का मानना है कि तालाब के पूर्व से बरामद मिट्टी के रंग बिरंगे बर्तन के अवशेष से ज्ञात होता है कि यह स्थान बहुत बड़ा व्यापारिक केंद्र रहा होगा। जल की आपूर्ति का स्त्रोत यही विशाल तालाब से होता होगा लेकिन कालांतर में किस कारण से तालाब का अस्तित्व समाप्त हो गया यह शोध का विषय है। सामाजिक कार्यकर्ता वेंकेटेश शर्मा ने बताया कि यह एक पवित्र पुष्करिणी है जिसमें स्थिति सूर्य स्तंभ पुरूष शक्ति एवं तालाब मातृ शक्ति का प्रतीक है। मुख्य श्रोता बने रामप्रवेश शर्मा ने कहा कि यह विशाल तालाब सतयुग काल का है। ग्रामीण रामएकबाल शर्मा ने बताया कि इसके दर्शन करने जो लोग भी मन में इच्छा लेकर आए हैं।