संस्कार के बिना शिक्षा का कोई महत्व नहीं : बीडीओ
गा। कहा कि शिक्षा पाने से पहले बच्चों में संस्कार होगा जरूरी है। बच्चों का पहला गुरु उसके माता-पिता होते हैं। संस्कार ही सबसे बड़ी शिक्षा होती है क्योंकि संस्कार के बिना शिक्षा का कोई महत्व नहीं है। डीइओ ने कहा कि बाल उम्र में ही बच्चे रास्ते भटक जाते हैं। उन्हें सही रास्ते पर ले जाना केवल गुरु का ही काम नहीं बल्कि माता-पिता का भी होता है। गुरु मार्गदर्शन करता है उस रास्ते पर चलना बच्चों को खुद होता है। कहा कि आप सभी बेहतर तरीके से पढ़ाई कर नेक इंसान बनें। देश की सेवा के लिए जज्बा रखें। हमारा देश युवाओं का देश है। संचालन ने कहा कि विद्यालय खोलने का मुख्य
फेसर थाना मुख्यालय स्थित एशियन हेरिटेज पब्लिक स्कूल का वार्षिकोत्सव समारोह आयोजित की गई। उद्घाटन सदर बीडीओ प्रभाकर कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी मो. अलीम एवं संचालक मो. इरफान उर्फ बब्लू ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। अतिथियों के सम्मान में विद्यालय के छात्राओं के द्वारा स्वागत गान की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीडीओ ने कहा कि इस सुदूर क्षेत्र में विद्यालय खोलकर शिक्षा देना काफी बड़ी बात है। विद्यालय में बच्चों को खेल खेल में शिक्षा मिले यह सरकार का मुख्य योजना है। इसी योजना के तहत विद्यालय को कार्य करना होगा। कहा कि शिक्षा पाने से पहले बच्चों में संस्कार होगा जरूरी है। बच्चों का पहला गुरु उसके माता-पिता होते हैं। संस्कार ही सबसे बड़ी शिक्षा होती है क्योंकि संस्कार के बिना शिक्षा का कोई महत्व नहीं है। डीइओ ने कहा कि बाल उम्र में ही बच्चे रास्ते भटक जाते हैं। उन्हें सही रास्ते पर ले जाना केवल गुरु का ही काम नहीं बल्कि माता-पिता का भी होता है। गुरु मार्गदर्शन करता है, उस रास्ते पर चलना बच्चों को खुद होता है। कहा कि आप सभी बेहतर तरीके से पढ़ाई कर नेक इंसान बनें। देश की सेवा के लिए जज्बा रखें। हमारा देश युवाओं का देश है। संचालन ने कहा कि विद्यालय खोलने का मुख्य उद्देश्य बच्चों को बेहतर शिक्षा देना है। बेहतर शिक्षकों के द्वारा बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा दी जा रही है। बच्चों को हर सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है। सुबोध दुबे, अल्ताफ राणा, विशाल सिंह, धीरज कुमार उपस्थित रहे।