सोन में पानी को लेकर जारी हुआ अलर्ट
औरंगाबाद । मध्य प्रदेश के वाणसागर डैम से सोन नदी में साढ़े तीन लाख घनसेक पानी छोड़े जाने के बाद इंद्रपुरी बराज तक पहुंच गया है।
औरंगाबाद । मध्य प्रदेश के वाणसागर डैम से सोन नदी में साढ़े तीन लाख घनसेक पानी छोड़े जाने के बाद इंद्रपुरी बराज तक पहुंच गया है। ¨सचाई विभाग के द्वारा इंद्रपुरी बराज का सभी 36 गेट को खोल दिया गया है। बराज का सभी गेट खोले जाने के बाद सोन में जल का स्तर बढ़ गया है। दोनों कोर तक पानी ही पानी दिख रहा है। सोन नदी के पानी के जलस्तर में वृद्धि होने के बाद प्रशासन के द्वारा सोन के दोनों तरफ के गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। सोन के टीले से सभी किसानों एवं पशुपालकों को बाहर कर दिया गया है। एसडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है। बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी की गई है। हालांकि रविवार शाम तक सोन का पानी किसी भी गांव में प्रवेश करने की सूचना नहीं मिली है। प्रशासन के द्वारा गांवों से लेकर सोन के पानी पर नजर रखी जा रही है। बताया जाता है कि ¨सचाई विभाग के मुख्य अभियंता ई. रामेश्वर चौधरी के द्वारा डीएम को पत्र भेज वाणसागर जलासय से 7 सितंबर की रात्रि में किसी भी समय 530000 से 700000 घनसेक यानी 15000 से 20000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना दी गई थी। सूचना के बाद राज्य सरकार को अवगत कराया गया कि अगर वाणसागर से इतना पानी छोड़ा जाएगा तो सोन दियारे के गांवों में बाढ़ आ जाएगी। बाढ़ के बाद प्रभावित किसानों को मुआवजा का भुगतान करना पड़ेगा। तब राज्य सरकार से इस बात को एमपी सरकार तक पहुंचाया और फिर 700000 घनसेक के बजाया 3500 घनसेक पानी छोड़े जाने का निर्णय लिया गया जो छोड़ा गया है। कुछ दिन अंतराल के बाद पुन: 3500 घनसेक पानी छोड़ा जाएगा। सोन में पानी छोड़े जाने के बाद जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी अलर्ट हैं। आपदा प्रबंधन विभाग एवं बाढ़ नियंत्रण अधिकारी भी सोन से लेकर गंगा नदी पर नजर रखे हुए हैं।