प्रयाग से आए कलाकारों का रामलीला मंचन
औरंगाबाद। प्रखंड में नौ दिनों से संचालित रामलीला का मंचन बुधवार की रात संपन्न हो गया। कार्यक
औरंगाबाद। प्रखंड में नौ दिनों से संचालित रामलीला का मंचन बुधवार की रात संपन्न हो गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन रावण-मंदोदरी संवाद, रावण- वध, सीता की अग्नि परीक्षा, राम का राज्याभिषेक और राम-दरबार प्रसंगों का मंचन किया गया। कार्यक्रम स्थल पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने पहुंचकर रामलीला का आनंद उठाया। प्रयागराज के रामायण प्रचारक मंडली के द्वारा धर्मदेव जी व्यास के नेतृत्व में 15 जनवरी से रामलीला का मंचन पूरब बाजार कुटुंबा में किया जा रहा था। कलाकारों में रामकुमार चौरसिया, ब्रजेश कुमार, सुनील कुमार, बबलेश कुमार, विनोद कुमार चौरसिया, कृष्ण कुमार और श्याम बिहारी ने रामायण के मुख्य पात्रों का जीवंत अभिनय किया। राम और रावण के अभिनय को दर्शकों ने खूब सराहा। आदर्श पुरूष मर्यादा पुरुषोत्तम राम की कथा को कलाकारों ने हूबहू लोगों को दिखाया। कार्यक्रम में मुखिया सावित्री ¨सह, उपमुखिया सुनील साव,हेडमास्टर चंद्रशेखर प्रसाद साहु, उपेंद्र ¨सह, संतोष ¨सह, पवन ¨सह, अशोक प्रसाद, रामनाथ साव, ललन तिवारी, यमुना साव, मिथिलेश साव, पंकज गुप्ता, संजय ¨सह, संजय पासवान, रामलखन तिवारी सहित अन्य लोगों ने सहयोग किया। स्वागत- सत्र का संचालन करते हुए चंद्रशेखर प्रसाद साहु ने कहा कि रामायण के पात्र-राम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान, भरत सहित आदर्श पात्र हैं। उक्त पात्रों के चारित्रिक गुण से हम अपने पारिवारिक जीवन को अनुशासित, संयमित और उज्ज्वल बना सकते हैं। इससे हम त्याग, सेवा कर्तव्यबोध, प्रेम, करुणा सीख सकते है। नयी पीढ़ी के लिए राम कथा अत्यंत आवश्यक है। पश्चिमी सभ्यता का अंधानुकरण से हमारा संस्कृति को हानि हो रही है। रामलीला कार्यक्रम से कुटुंबावासियों में आनंद और श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ा है।