रेल कर्मचारियों ने रेलवे के निजीकरण के विरोध में किया प्रदर्शन
औरंगाबाद। केंद्र सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण निगमीकरण एवं कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन/ एआईआरएफ के आह्वान पर बीते 14 से 19 सितंबर तक चलाए जा रहे रेल बचाओ जागरुकता अभियान एवं विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम के तहत ईसीआरकेयू रफीगंज शाखा के कार्यकर्ताओं ने रविवार को 1968 के शहीदों के याद में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया।
औरंगाबाद। केंद्र सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण, निगमीकरण एवं कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन/ एआईआरएफ के आह्वान पर बीते 14 से 19 सितंबर तक चलाए जा रहे रेल बचाओ जागरुकता अभियान एवं विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम के तहत ईसीआरकेयू रफीगंज शाखा के कार्यकर्ताओं ने रविवार को 1968 के शहीदों के याद में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया।
बताते चलें कि आज ही के दिन यानी 19 सितंबर 1968 को उस समय की इंदिरा गांधी सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों एवं अपने हक़ एवं हुकूक के लिए लड़ाई लड़ते हुए हमारे रेल के कुछ वीर जांबाजों ने अपनी जान गंवाई थी। उन्हीं की याद में रविवार को रफीगंज रेलवे स्टेशन परिसर में कर्मचारी यूनियन द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। उनकी याद में छह दिवसीय जागरुकता अभियान को मूर्त रूप किया गया। इस दौरान ईसीआरकेयू गया एवं रफीगंज शाखा के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने मौजूदा सरकार के कर्मचारी एवं युवा विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुटता का परिचय देते हुए अपनी आवाज बुलंद की एवं सरकार के खिलाफ जमकर नारे भी लगाए। इसीआरकेयू गया एवं रफीगंज शाखा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थित दर्ज कराई एवं अपनी-अपनी बातें रखीं। इस मौके पर सचिव अवधेश कुमार, सहायक सचिव मुकेश सिंह, सुरेश यादव, भरत भुषण, राजीव जी स्टेशन मास्टर, चौधरी जी स्टेशन मास्टर , रामचंद्र यादव शाखा पार्षद रफीगंज, खुश्बु कुमारी, बबीता कुमारी, सोनामती देवी, अनिल कुमार, मनीष कुमार, शिवशरण, दीपेंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार, भुनेश्वर कुमार, संजीव कुमार, रामदास मांझी, विनय कुमार, प्रसाद, कृष्ण मुरारी, बालमुकुंद, बालमुकुंद कुमार, श्यामल किशोर झा, पवन कुमार, नरेंद्र कुमार, चंदन कुमार, स्मृति लाल मीणा, प्रेमचंद लकड़ावाला, राजकुमार, शैलेंद्र कुमार, महेंद्र मिश्रा, जयनाथ, संजय सहित इनके अलावे भी विभिन्न विभागों के सक्रिय कार्यकर्ता एवं कर्मचारी मौजूद रहे।