थानाध्यक्ष ने विधायक को नामांकन कक्ष में जाने से रोका
लोकसभा चुनाव के नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को समाहरणालय के अंदर से लेकर बाहर तक गहमा गहमी का माहौल रहा। नामांकन के दौरान समाहरणालय में कानून का राज दिखा। हुआ यह कि महागठबंधन से हम के प्रत्याशी उपेंद्र प्रसाद नामांकन
लोकसभा चुनाव के नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को समाहरणालय के अंदर से लेकर बाहर तक गहमागहमी का माहौल रहा। नामांकन के दौरान समाहरणालय में कानून का राज दिखा। हुआ यह कि महागठबंधन से हम के प्रत्याशी उपेंद्र प्रसाद नामांकन करने समाहरणालय पहुंचे। इनके साथ कुटुंबा विधायक राजेश कुमार, औरंगाबाद विधायक आनंद शंकर सिंह, पूर्व मंत्री सुरेश पासवान समेत महागठबंधन के कई नेता पहुंचे थे। जब प्रत्याशी जिला निर्वाचन कार्यालय कक्ष में जाने लगे तो उनके साथ दोनों विधायक, पूर्व मंत्री एवं अन्य महागठबंधन के नेता साथ जाने लगे। सभी को समाहरणालय के नीचे सीढ़ी के पास तैनात फेसर थानाध्यक्ष आशीष कुमार साह एवं दंडाधिकारी ने रोक दिया। थानाध्यक्ष ने कहा कि एक प्रत्याशी के साथ मात्र चार प्रस्तावक जा सकते हैं। चार प्रस्तावक के ही जाने की अनुमति है। दोनों विधायक ने अपना परिचय दिया फिर भी थानाध्यक्ष ने जाने नहीं दिया। प्रत्याशी भी दोनों विधायक को आने की बात कहीं पर थानाध्यक्ष एवं दंडाधिकारी ने कहा कि चार प्रस्तावक के अलावा किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है। थानाध्यक्ष व दंडाधिकारी के द्वारा रोक लगाने के बाद दोनों विधायक के अलावा जिला पार्षद शंकर यादवेंदू समेत महागठबंधन के कई नेता बरामदे से बाहर आ गए और समाहरणालय परिसर में खड़े होकर प्रत्याशी के आने का इंतजार करने लगे। प्रत्याशी के नामांकन करने के बाद बाहर आने के बाद जब जिला निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से नीचे उतरे तब विधायक एवं महागठबंधन के तमाम नेता साथ हुए और समाहरणालय के बाहर निकले। महागठबंधन प्रत्याशी के बाद एनडीए के भाजपा प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह नामांकन करने पहुंचे। इनके साथ भी जब चार से अधिक लोग ऊपर जाने लगे तो थानाध्यक्ष एवं दंडाधिकारी ने रोक दिया। सांसद प्रतिनिधि अश्विनी कुमार सिंह के द्वारा यह कहा गया कि चार से अधिक नहीं जाएंगे।