अंधेरे की बेड़ियों में जकड़ा गुलजारपुर मोहल्ला
औरंगाबाद। देश ने सूई बनाने से लेकर हवाई जहाज, राकेट, उपग्रह बनाने के साथ चांद और मंगल तक का सफर पूर
औरंगाबाद। देश ने सूई बनाने से लेकर हवाई जहाज, राकेट, उपग्रह बनाने के साथ चांद और मंगल तक का सफर पूरा कर लिया। विकास का ढोल पीटा जा रहा है, मगर, कुछ तस्वीरें हैं जो उपलब्धियों को चिढ़ा रही हैं। आजादी के 70 साल बाद भी कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां अब भी अंधेरे की बेड़ियों में जकड़े हैं। शहरी क्षेत्र में केरोसीन तेल का आवंटन बंद होने से गरीबों की परेशानी बढ़ गई है। कई ऐसी शहरी क्षेत्र है जहां के लोग बिजली से वंचित है। इस इलाके के लोग अंधेरे में रात गुजारने पर मजबूर हैं। कुछ ऐसा ही नजारा दाउदनगर शहर के वार्ड संख्या- 5 स्थित गुलजारपुर मोहल्ले की देखी जा सकती है। नगर पालिका से नगर परिषद बन गया है, इसके बावजूद इस वार्ड में बिजली नहीं पहुंची है। आजादी के इतने वर्षों बाद भी इस इलाके के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। यहां तक कि इस इलाके में बिजली भी नहीं पहुंच पाई है। शहरी क्षेत्र के निवासी होने के कारण गुलजारपुर के गरीब किरासन तेल से वंचित हो गए हैं। किरासन तेल बंद होने से समस्या बढ़ गई है। नागरिक रामचंद्र चौहान एवं नर¨सह चौधरी ने बताया कि बिजली के लिए कोशिशें की गई परंतु सफलता नहीं मिली। बल्ब की रोशनी देखने को लालायित हैं। केरोसीन तेल बंद होने के कारण इस इलाके के लोग मोमबत्ती या टॉर्च की रोशनी में रात बिताने को मजबूर हैं। बिजली न रहने के कारण पढ़ने वाले छात्रों की परेशानी बढ़ जाती है। रात का भोजन भी दिन के उजाले में बना लेना पड़ता है। मोमबत्ती का सहारा लेना पड़ रहा है। कई वर्षों के लंबे इंतजार के बाद इस इलाके में ईट सो¨लग सड़क बनी। हाल ही में क्षेत्रीय सांसद सह केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की सांसद निधि से दो सोलर लाइट लगाए गए हैं, लेकिन बिजली का इंतजार यहां के लोग कर रहे हैं। यह इलाका दाउदनगर नगर परिषद क्षेत्र का हिस्सा होते हुए भी इसकी स्थिति गांव से भी बदतर दिखाई देती है। वार्ड संख्या- 5 से दुबारा जीते वार्ड पार्षद बसंत कुमार ने बताया कि उनकी पहल से यहां 20 दिन पूर्व बिजली के लिए पोल लग गया है प्रक्रिया जारी है जल्द ही यह समस्या दूर हो जाएगी। बताते चले कि गुल•ारपुर में एक मात्र प्राथमिक विद्यालय है जो झोपड़ी में चलता है। अभी तक इसके और भी किसी का ध्यान नहीं है।