पैक्स चुनाव को ले प्रशासन सजग
सोमवार को पहले चरण में दाउदनगर प्रखंड में पैक्स का चुनाव है। शातिपूर्ण चुनाव कराना प्रशासन के लिए चुनौती है मगर तैयारी भी दुरुस्त है।
सोमवार को पहले चरण में दाउदनगर प्रखंड में पैक्स का चुनाव है। शातिपूर्ण चुनाव कराना प्रशासन के लिए चुनौती है मगर तैयारी भी दुरुस्त है। एसडीओ तनय सुल्तानिया एसडीपीओ राजकुमार तिवारी एवं सर्किल इंस्पेक्टर शंभू यादव ने दल बल इलाके का दौरा किया और जनता को आश्वस्त किया है कि सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई है। मतदाता निर्भिक होकर मतदान करें। किसी का कोई दबाव काम नहीं करेगा। डीएसपी ने बताया कि ओबरा के क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया गया है। पेट्रोलिग की जा रही है। पुलिस की ओर से कोई कोताही नहीं बरती गई है। शांतिपूर्ण मतदान की तैयारी पूरी कर ली गई है। मतदाता भयमुक्त वातावरण में मतदान कर सकें इसकी व्यवस्था है। रवाना हुए मतदान कर्मी
रविवार को प्रखंड कार्यालय परिसर से 98 वाहनों से मतदान कर्मी एवं पुलिस कर्मी रवाना हुए। 58 बूथों को 25 पेट्रोलिग मजिस्ट्रेट एवं छह सेक्टर में बांट दिया गया है। बिहार पुलिस के दो सौ जवान तैनात रहेंगे। 50 महिला पुलिस भी सभी बूथों पर तैनात रहेंगी। 25 अतिसंवेदनशील बूथ चिन्हित किया गया है, जिसपर लगातार नजर रखी जा रही है। 20 बूथ को संवेदनशील घोषित किया गया है। दाउदनगर के प्रखंड विकास पदाधिकारी सह प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी जफर इमाम ने बताया कि चुनाव की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सभी को सामग्री देकर रवाना कर दिया गया है। 13 पैक्सों के लिए हो रहा है चुनाव
दाउदनगर प्रखंड में 13 पैक्स का कार्यकाल समाप्त हुआ है, जिसके लिए चुनाव हो रहे हैं। अंछा, बेलवां, तरार, तरारी, मनार, संसा,गोरडीहां, सिदुआर, चौरी, कनाप, अरई, महावर एवं करमा पैक्सों के लिए चुनाव हो रहा है, जहां मतदाताओं की कुल संख्या 36507 है। 58 मतदान केंद्रों बनाए गए हैं। शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय तरार में वज्रगृह एवं मतगणना केंद्र बनाया गया है, जहां 10 दिसंबर को मतगणना होगी। अध्यक्ष पद पर टिकी हैं नजरें
13 पैक्सों के लिए हो रहे चुनाव में अध्यक्ष पद के 61 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और इसी पद पर सभी की नजरें टिकी हैं। प्रत्याशियों ने जिस प्रकार चुनाव प्रचार में ठंड के समय में पसीना बहाया है और मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने का प्रयास किया है तो उनकी असली अग्नि परीक्षा सोमवार को ही उस समय होगी जब मतदाताओं द्वारा उनके भाग्य का फैसला मतपेटी में बंद कर दिया जाएगा।