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लक्ष्य से पीछे रह गई धान की खरीदारी

औरंगाबाद। जिले में धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य पीछे है। अबतक मात्र 19233.38 एमटी धान की खरीदारी क

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Feb 2019 05:44 PM (IST)Updated: Thu, 07 Feb 2019 05:44 PM (IST)
लक्ष्य से पीछे रह गई धान की खरीदारी
लक्ष्य से पीछे रह गई धान की खरीदारी

औरंगाबाद। जिले में धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य पीछे है। अबतक मात्र 19233.38 एमटी धान की खरीदारी की गई है, जो लक्ष्य का मात्र 12.74 प्रतिशत है। जिले में 1 लाख 51 हजार एमटी धान क्रय का लक्ष्य है। क्रय केंद्रों पर खरीद की धीमी रफ्तार से किसानों का धान बाजारों में बिक रहा है। प्रतिदिन प्रखंड मुख्यालयों से ट्रकों पर धान लादकर जिले से बाहर जा रहा है। व्यापारियों के द्वारा किसानों से औने पौने दाम पर धान की खरीद कर रहे हैं और दूसरे राज्य में भेज रहे हैं। सरकार ने 15 नवंबर से धान की खरीदारी का समय निर्धारित किया है और 31 मार्च तक का अंतिम समय है। बारुण के बरौली गांव के किसान अभिषेक कुमार एवं पिपरा गांव के किसान रामजन्म ¨सह ने कहा कि क्रय केंद्रों पर खरीदारी नहीं हो रही है। मजबूरी में किसान अपना धान बाजार में बेंच रहे हैं जिससे समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है। किसानों ने कहा कि क्रय केंद्रों पर खरीदारी को जो सिस्टम है उससे किसान परेशान हैं। किसानों को क्रय केंद्रों पर बेचे गए धान का पैसा समय पर नहीं मिलता है। बताया कि धान खरीद की जो स्थिति है उससे खरीदारी का लक्ष्य कागज पर ही पूरा होगा। किसानों के बजाय फर्जी आंकड़े के माध्यम से अधिप्राप्ति को दिखाया जाएगा। जिला सहकारिता पदाधिकारी धर्मनाथ प्रसाद ¨सह ने बताया कि धान क्रय के लिए मिले 53 करोड़ सभी सोसायटी के बीच वितरण कर दिया गया है। सोसायटी को जितना सीसी किया गया था अधिकांश के द्वारा किए गए सीसी का धान क्रय कर लिया गया है। एसएफसी के गोदाम में सीएमआर गिराया जाने लगा है। एसफसी के द्वारा सीएमआर का पैसा सोसायटी के खाते में नहीं भेजा जा रहा है। जबतक सोसायटी को सीएमआर का पैसा नहीं मिलेगा तबतक धान क्रय में तेजी नहीं आएगी। एसएफसी के जिला प्रबंधक शैलेंद्र कुमार ने बताया कि सीएमआर का पैसा बैंक को भेजा गया है। एक करोड़ 78 लाख बैंक ऑफ बड़ौदा में भेजी गई है। बैंक से सोसायटी के खाते में राशि जाएगी। ओबरा मदनपुर को छोड़ सभी बीसीओ का बंद है वेतन

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धान अधिप्राप्ति की रफ्तार काफी धीमी से डीएम ने ओबरा एवं मदनपुर को छोड़ सभी बीसीओ के वेतन पर रोक लगा दी है। जबतक वेतन बंद बीसीओ के द्वारा धान खरीद में तेजी नहीं लाई जाएगी और दिए गए लक्ष्य को पूरा नहीं करेंगे वेतन बंद रहेगा। ओबरा प्रखंड में 3159 एवं 1205 एमटी धान की खरीद की गई है जो लक्ष्य के मुताबिक अन्य प्रखंडों से बेहतर है। कौन से प्रखंड में कितने किसानों से कितने एमटी हुई है खरीद

प्रखंड किसान एमटी प्रतिशत

सदर 177 1948.90 13.94

बारुण 215 2051.40 11.98

दाउदनगर 241 1858.28 13.68

देव 126 1066.10 12.99

गोह 160 1354.20 9.02

हसपुरा 152 1242.40 12.25

कुटुंबा 243 1825.70 13.43

नवीनगर 198 1836.20 9.59

रफीगंज 172 1685.80 13.45


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