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राजनीतिक दलों पर नहीं भरोसा, नोटा का लेंगे सहारा

औरंगाबाद। बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक-सामाजिक तौर पर उपेक्षित महसूस करने वाले दिव्यांग मतदाता किसी दल-प्रत्याशी विशेष को अपना मत नहीं देंगे। वे नोटा (यानी-इनमें से कोई नहीं) का बटन दबाएंगे। जिले में दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 19394 है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 04:46 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 09:47 PM (IST)
राजनीतिक दलों पर नहीं भरोसा, नोटा का लेंगे सहारा
राजनीतिक दलों पर नहीं भरोसा, नोटा का लेंगे सहारा

औरंगाबाद। बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक-सामाजिक तौर पर उपेक्षित महसूस करने वाले दिव्यांग मतदाता किसी दल-प्रत्याशी विशेष को अपना मत नहीं देंगे। वे नोटा (यानी-इनमें से कोई नहीं) का बटन दबाएंगे। जिले में दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 19394 है। इनको पीडब्ल्यूडी वोटर कहा जाता है, अर्थात-पर्सन विथ डिसएब्लिटी। इसबार विधानसभा चुनाव में दिव्यांग परिवार नोटा पर बटन दबाने की बात कह रहे हैं।

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बिहार दिव्यांग संघ एवं अधिकार मंच के अध्यक्ष जुनैद खान, डॉक्टर विकास मिश्रा, सुनीता कुमारी एवं जिलाध्यक्ष संजीव सागर ने कहा कि न सिर्फ दिव्यांग नोटा दबाएंगे, बल्कि वे वृद्ध और विधवा वोटर से भी नोटा का बटल दबाने की अपील करें। क्योंकि, वे भी दिव्यांग की तरह ही लाचार हैं एवं उनको सरकार जो पेंशन देती है, उससे एक कप रोज चाय भी पीना संभव नहीं रहा अब। सब का यही मानना है कि हमें हमारा हक मिलना चाहिए। सबने कहा कि हम सभी मिलकर बिहार के सभी जिलों में नोटा में वोट देकर सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराएंगे। सरकार ने हम सब दिव्यांगों के साथ सौतेला व्यवहार किया है। उससे हम सभी दिव्यांग दुखी थे। चुनावों में आरक्षण का लाभ मांगा

दिव्यांगों का कहना है कि सरकार ने दिव्यांग को चार फीसद आरक्षण दिया है। उसके तहत उनको लोकसभा, विधानसभा, पंचायती राज्य एवं नगर निकायों के चुनाव में भी आरक्षण मिलना चाहिए। उनकी राजनीतिक हिस्सेदारी के बिना उनका कल्याण नहीं हो सकेगा। कहा कि सरकार जाति के आधार पर विभिन्न वर्गों को आरक्षण दिए हुए है, फिर इसी आधार पर दिव्यांगों को क्यों नहीं आरक्षण की श्रेणी में रखा जा रहा है? कहा कि अब आंदोलन करना पड़ेगा, तो वह भी करेंगे। मौका दे कमाल करके दिखा देंगे

दिव्यांगों ने कहा कि सरकार क्या सोचती है कि हमारी आबादी कम है। हम किसी से कम हैं क्या? और लोगों की तरह हम भी कम नहीं हैं। सरकार हम दिव्यांगों को मौका देकर देखे, बिहार में एक अलग विचारधारा के साथ अलग राजनीतिक पहल कर अपना डीएम दिखा देंगे। जिले में विस क्षेत्रवार दिव्यांग मतदाता विधान सभा क्षेत्र दिव्यांग मतदाता गोह 4165 ओबरा 2499 नवीनगर 1429 कुटुंबा (सुरक्षित) 2098 औरंगाबाद 3198 रफीगंज 6005


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