Aurangabad News: बिहार-झारखंड के 61 नक्सली कांडों में शामिल रहा है विनय, दो अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार
Aurangabad News औरंगाबाद के साथ झारखंड की पलामू पुलिस सीआरपीएफ एवं कोबरा बटालियन की संयुक्त छापेमारी में हत्थे चढ़ा भाकपा माओवादी संगठन का कुख्यात नक्सली विनय यादव पर बिहार-झारखंड में करीब 61 नक्सल मामले दर्ज हैं। शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। औरंगाबाद के साथ झारखंड की पलामू पुलिस, सीआरपीएफ एवं कोबरा बटालियन की संयुक्त छापेमारी में हत्थे चढ़ा भाकपा माओवादी संगठन का कुख्यात नक्सली विनय यादव पर बिहार-झारखंड में करीब 61 नक्सल मामले दर्ज हैं। विनय की गिरफ्तारी पुलिस के लिए उल्लेखनीय सफलता मानी जा रही है। एसपी कांतेश कुमार मिश्र के साथ पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि विनय पर बिहार सरकार ने तीन लाख एवं झारखंड ने 15 लाख इनाम घोषित कर रखा था।
औरंगाबाद के देव थाना क्षेत्र के 21, सलैया थाना क्षेत्र के एक, मदनपुर थाना क्षेत्र के 15, ढिबरा थाना क्षेत्र के 10 नक्सली कांडों में वह आरोपित है। गया के बांकेबाजार, बाराचट्टी समेत अन्य थाना क्षेत्रों के नक्सल कांडों में भी वह शामिल रहा है। वर्ष 2016 में गया के बांकेबाजार थाना क्षेत्र के सोनदाहा डुमरीनाला जंगल में जिला पुलिस और कोबरा के सुरक्षाबलों के साथ नक्सलियों की हुई मुठभेड़ के दौरान किए गए आइईडी ब्लॉस्ट में कोबरा के 10 जवानों के बलिदान और एक दर्जन से अधिक जवानों के घायल होने की घटना में भी वह था।
इन जगहों पर था ठिकाना
पलामू एसपी ने बताया कि गिरफ्तार विनय पलामू के पाटन, छतरपुर, हरिहरगंज, विश्रामपुर समेत अन्य थाना क्षेत्रों के सात से अधिक नक्सल कांडों में शामिल रहा है। यह संगठन का रीजनल कमेटी सदस्य था। केंद्रीय कमेटी सदस्य संदीप यादव की मौत के बाद संगठन को यही चला रहा था। वह नक्सलियों का थिंक टैंक था। झारखंड सरकार और पलामू पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्च आपरेशन को देखकर वह पलामू जिला छोड़कर औरंगाबाद और गया जिला के क्षेत्र के जंगल में शरण ले रखा था।
विनय के साथ दो को भेजा गया जेल
नक्सली विनय के साथ अमरेंद्र पासवान और इदरिश अंसारी को गिरफ्तार कर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया है। कोर्ट से तीनों को जेल भेज दिया गया है। विनय अंबा थाना क्षेत्र के देउरा गांव का निवासी है। अमरेंद्र दाउदनगर थाना क्षेत्र के मायापुर और इदरिश अंबा थाना क्षेत्र के भलुआड़ी खुर्द गांव का निवासी है। पुलिस ने अमरेंद्र और इदरिश को नक्सलियों के सहयोगी और आश्रयदाता बताया है।
पुरस्कृत किए गए थानाध्यक्ष
विनय की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी टीम में शामिल ओबरा थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी, दाउदनगर थानाध्यक्ष गुफरान अली, डीआइओ टीम के अमरेंद्र कुमार व अन्य पुलिसकर्मी, पलामू के छतरपुर थानाध्यक्ष शेखर कुमार, नौडिहा थानाध्यक्ष रंजीत प्रसाद को पुरस्कृत किया गया। एसपी औरंगाबाद कांतेश कुमार मिश्र और पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने सभी को पुरस्कृत किया।
प्रेस वार्ता में सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी बिजेंद्र सिंह भाठी, कोबरा के द्वितीय कमान अधिकारी रूपनारायण बिरौली, उपसमादेष्टा योगेंद्र ढकोले, सहायक समादेष्टा अजिथ, एएसपी अभियान मुकेश कुमार, एसडीपीओ सदर गौतम शरण ओमी, दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषीराज, छतरपुर एसडीपीओ अजय कुमार शामिल रहे।