13 टॉवरों पर नगर परिषद का 28 लाख रुपये का बकाया
ध्यानार्थ डेस्क प्रभारी। कृप्या ग्राफिक्स बना लें। औरंगाबाद। दाउदनगर नगर परिषद क्षेत्र में सुगमता से मोबाइल संचालन के लिए कुल 13 टावर लगे हैं। इनमें से 11 टावर ऐसे हैं जो 2009-10 के वित्तीय वर्ष में लगे थे। इन पर कुल 2791580 रुपये बकाया है। कुल 11 टावर कंपनियां ऐसी हैं जो अभी तक नगर परिषद को टैक्स का एक रुपया भी भुगतान नहीं की। एकमात्र रिलायंस जिओ का टावर ऐसा है जो 2016- 17 तक पैसा देते रही है। इस पर सिर्फ 2017-18 से मात्र 32280 रुपये बकाया है।
ध्यानार्थ : डेस्क प्रभारी। कृप्या ग्राफिक्स बना लें। फोटो-18 एयूआर 05 -मोबाइल टावर वाली कंपनियां नहीं दे रही टैक्स -32,280 रुपये सबसे कम रिलायंस जिओ पर बकाया
औरंगाबाद। दाउदनगर नगर परिषद क्षेत्र में सुगमता से मोबाइल संचालन के लिए कुल 13 टावर लगे हैं। इनमें से 11 टावर ऐसे हैं, जो 2009-10 के वित्तीय वर्ष में लगे थे। इन पर कुल 2,79,1580 रुपये बकाया है। कुल 11 टावर कंपनियां ऐसी हैं, जो अभी तक नगर परिषद को टैक्स का एक रुपया भी भुगतान नहीं की। एकमात्र रिलायंस जिओ का टावर ऐसा है, जो 2016- 17 तक पैसा देते रही है। इस पर सिर्फ 2017-18 से मात्र 32280 रुपये बकाया है।
हद यह है कि सरकारी कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) पर 2009-10 से कुल 2,53,800 रुपये बकाया है। यह कार्यालय और टावर दोनों प्रखंड कॉलोनी में स्थित है। सबसे अधिक 7,75,440 रुपये आइडिया कंपनी के टावर पर बकाया है।
शहर में यहां वार्ड संख्या 7, 20, 9 और 10 में कुल उसके चार टावर लगे हुए हैं। 2009-10 से बीते वित्तीय वर्ष तक का उस पर बकाया है। इसके बाद 536320 रुपया एयरटेल पर बकाया है, जिसके तीन टावर शहर के वार्ड संख्या 12, 15 और 21 में लगे हुए हैं और इसपर भी 2009-10 से 19-20 तक का बकाया है। इसके बाद 495820 रुपये आइडिया कंपनी के दो टावरों पर बकाया है जो शहर के वार्ड संख्या 7 और 20 में लगे हुए हैं। -------------------------------------------------------------
कंपनी टावरों की संख्या कुल बकाया एयर सेल एक 190320 एयरटेल तीन 536320 आइडिया चार 775440 टाटा इंडिकॉम दो 495820 बीएसएनएल एक 253800 रिलायंस जिओ एक 32280 रिलायंस एक 253800 नोटिसों का कोई असर नहीं नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जमाल अख्तर ने बताया कि नगर परिषद हर वर्ष इन टावरों की कंपनियों को नोटिस भेजते रहा है। लेकिन, इसका असर नहीं पड़ रहा है। नियमत: तीन नोटिस के बाद ताला बंद करने का प्रावधान है। लेकिन, समस्या संचार व्यवस्था चौपट होने की रहती है। बताया कि 3 दिन पहले एयरटेल कंपनी द्वारा करीब 20000 रुपये जमा किया गया है। चूंकि मामला राजस्व का था, इसलिए पैसा रख लिया गया और शेष बकाया वसूली के लिए नोटिस दिया जाएगा।