नक्सल इलाके में उद्यमिता के विकास से होगी महादलितों की तरक्की
विकास से दूर देव प्रखंड के अति नक्सल प्रभावित दुलारे पंचायत के झरना और महुलान गांव के महाद
विकास से दूर देव प्रखंड के अति नक्सल प्रभावित दुलारे पंचायत के झरना और महुलान गांव के महादलितों की अब शायद तरक्की होगी। कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस के द्वारा जनजातीय उप योजना के तहत दोनों गांव में उधमीता विकास को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को किया गया। कभी इस गांव में पंचायत सचिव तक नहीं आते थे अब यहां उद्यमिता विकास को लेकर प्रशिक्षण का कार्यक्रम की गई। कृषी विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. आलोक भारती एवं डॉ. संगीता मेहता ने ग्रामीणों को अपने आमदनी बढाने के तरीके बताये। पहाडी क्षेत्र होने के कारन यहां पत्तल के अधिकता को देखते हुए केंद्र ने दो पत्तल बनाने की मशीन झरना एवं छूछिया में बैठाया। इस दौरान दुलारे पंचायत पैक्स अध्यक्ष बिजेन्द्र कुमार यादव के इस लगातार प्रयास की सराहनी की गई। पैक्स अध्यक्ष ने कहा कि इस क्षेत्र के लोग को अब विकास और रोजगार से दूर हैं। अब इस प्रशिक्षण और थाली बनाने की मशीन के लगने से ग्रामीणेां को स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। ग्रामीण आसानी से पत्तल की थाली बना कर बाजारों में बेच सकेंगे। इस थाली की मांग बाजारों में काफी है। कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से सब्जी के बीज का वितरण महुलान, झरना ,छुछिया गांव में ग्रामीणेां के बीच की गई। ग्रामीणों से कहा गया कि सब्जी उगाने का काम करें और सब्जी उगाकर बाजार में बेचकर रोजगार का अवसर प्राप्त करें। बीरेंद्र सिंह भोक्ता , विनोद सिंह भोक्ता,सुरेश सिंह भोक्ता, बिनय सिंह भोक्ता,तेतर सिंह भोक्ता,सरोज सिंह भोक्ता,सुरेंद्र सिंह भोक्ता,योगेंद्र सिंह भोक्ता उपस्थित रहें।