यूपी में 50 हजार का इनामी अपराधी अखिलेश ठाकुर गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के 50 हजार के ईनामी कुख्यात अपराधी अखिलेश ठाकुर (40 वर्ष) को नवीनगर थाना पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया है।
औरंगाबाद। उत्तर प्रदेश के 50 हजार का इनामी कुख्यात अपराधी अखिलेश ठाकुर (40 वर्ष) को नवीनगर थाना पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधी पर यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने इनाम घोषित किया था। गिरफ्तार अखिलेश ठाकुर नवीनगर के मंझियावां गांव का निवासी है। पुलिस ने इसके पास से एक देशी पिस्टल, दो कारतूस एवं मोबाइल बरामद किया है। कुख्यात की गिरफ्तारी पुलिस की टीम ने उसके गांव मंझियावां से की है।
एसपी दीपक वर्णवाल ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी एवं इसके गिरोह में शामिल अपराधी बिहार एवं यूपी के सीमावर्ती जिलों में अपराध की घटना को अंजाम देते हैं। सुपारी लेकर हत्या, अपहरण एवं लूट की घटना को अंजाम देता था। फिरौती के लिए व्यवसायियों का अपहरण करते थे। घटना को अंजाम देकर सभी आसनसोल एवं कोलकाता स्थित अपने ठिकाने पर छिपते हैं। एसपी ने बताया कि अखिलेश ठाकुर की गिरफ्तारी को कुछ दिन पहले यूपी की एसटीएफ टीम औरंगाबाद पहुंची थी, पर वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा था। अखिलेश गिरोह के सदस्य यूपी के सोनभद्र जिला के चोपन थाना के चोपन के चेयरमैन इम्तेयाज अहमद की हत्या 25 अक्टूबर 2018 को गोली मारकर तब कर दी थी जब चेयरमैन चोपन स्थित पार्क में सुबह टहल रहे थे। मृतक चेयरमैन समृद्ध व्यवसायी थे। हत्या मामले में चोपन थाना में मामला दर्ज था। गिरफ्तार अखिलेश ने यूपी के रिकु भारद्वाज से सुपारी लेकर चेयरमैन की हत्या की थी। इस घटना के बाद फरार चल रहे इस कुख्यात अपराधी की गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस के उपमहानिरीक्षक विध्याचल परिक्षेत्र मिर्जापुर के द्वारा चार फरवरी 2019 को 50 हजार का इनाम घोषित किया था। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी औरंगाबाद के बारुण थाना में सिरिस के व्यवसायी राजू गुप्ता का फिरौती के लिए अपहरण करने का मामला दर्ज है। अपहरण की इस घटना में गिरफ्तार अखिलेश के अलावा झारखंड के पलामू जिला के हुसैनाबाद थाना के चनकर गांव निवासी कश्मीरा पासवान, औरंगाबाद के ओबरा थाना के मखरा गांव निवासी शशि चंद्रवंशी, माली थाना के सोरी गांव निवासी अजय पासवान एवं सत्येंद्र पासवान, माली थाना मुख्यालय निवासी रामाशीष पासवान, सरोज पासवान, अंबा थाना मुख्यालय निवासी अजय पासवान समेत गिरोह के अन्य सदस्य शामिल थे। इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपहृत व्यवसायी को ढिबरा थाना मुख्यालय से बरामद किया था। गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इस घटना के संबंध में 21 जून 2009 को ढिबरा थाना में मामला दर्ज था।