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लाखों रुपये खर्च कर लगीं लाइटे, चंद महीने में हुई बेकार

औरंगाबाद शहर में कुछ समय पहले शहर की गलियों व सड़कों के किनारे लाइटे लगवाई गई थीं। उक्त लाइटें केंद्रीय एजेंसी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के द्वारा वर्ष 2020 में लगाई गई थीं। कुछ लाइटे तो लगते ही एक माह के अंदर खराब हो गई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jul 2021 04:54 PM (IST)Updated: Thu, 29 Jul 2021 04:54 PM (IST)
लाखों रुपये खर्च कर लगीं लाइटे, चंद महीने में हुई बेकार
लाखों रुपये खर्च कर लगीं लाइटे, चंद महीने में हुई बेकार

औरंगाबाद: नगर पंचायत की ओर से शहर में कुछ समय पहले शहर की गलियों व सड़कों के किनारे लाइटे लगवाई गई थीं। उक्त लाइटें केंद्रीय एजेंसी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के द्वारा वर्ष 2020 में लगाई गई थीं। कुछ लाइटे तो लगते ही एक माह के अंदर खराब हो गई। इससे गलियों व सड़क पर अंधेरा पसरा हुआ है। लाइटों को ठीक कराने के लिए पत्र लिखा गया लेकिन फिर भी उसे दुरुस्त नहीं कराया गया।

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वार्ड पार्षद रविद्र प्रसाद ने बताया कि शहर में लाइट लगाने को ठीकेदार को तीन फेज में कार्य करना था। पूर्व से जो लाइटे लगी थीं। वहां नई लाइटें लगानी थी। दूसरे फेज में जहां विद्युत पोल गड़े हैं, वहां लाइटें लगानी थी। तीसरे फेज में जहां पोल नहीं हैं। वहां पोल गाड़कर लाइट लगानी थी। इसके अलावा लाइट खराब की शिकायत पर 24 घंटे के अंदर उसे ठीक करान है। कुल मिलाकर पूरे शहर में करीब चार हजार पोल हैं, जिसमें दो हजार लाइटें लगाई गई हैं। अभी भी शहर की कई गलियों में लाइट लगाने का कार्य शुरू नहीं हुआ है। इनमें से अधिकांश बंद हैं। इस संदर्भ में कई बार कार्यपालक पदाधिकारी को कहा गया लेकिन मरम्मत नहीं कराई गई। एजेंसी का कोई भी व्यक्ति यहां नहीं आता जिससे कि लाइट खराब होने की शिकायत कर सकें।

इस संबंध में नगर कार्यपालक पदाधिकारी सिधु कमल ने बताया कि संवेदक केंद्रीय एजेंसी है। इस पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है। वार्ड पार्षदों की शिकायत पर इस संदर्भ में कई बार विभाग को पत्र लिखा जा चुका है लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला।


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