झारखंड के पूर्व मुखिया आनंदी सिंह की गोली मारकर हत्या
रविवार की देर शाम हंटरगंज से लौट रहे पड़ोसी राज्य झारखंड के गोसाईडीह पंचायत।
गया। रविवार की देर शाम हंटरगंज से लौट रहे पड़ोसी राज्य झारखंड के गोसाईडीह पंचायत के पूर्व मुखिया आनंदी सिंह (65 वर्ष) की हत्या 5-6 की संख्या में रहे हमलावरों ने गया जिले के गोसाईडीह-नौकाडीह गाव जाने वाले रास्ते में गोली मारकर कर दी। गोली मारकर मौत की नींद सुला देने के बाद हमलावर निकल गए। मृतक के पुत्र ने डोभी थाना में आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें झारखंड के गोसाईडीह पंचायत के वर्तमान मुखिया प्रेम सिंह को पूरे घटना का साजिशकत्र्ता और मुख्य भूमिका बताई गई है। आनंदी सिंह झारखंड के पंचायत चुनाव 2010 में गोसाईडीह पंचायत से मुखिया चुने गए थे। 2015 में अपने ही गाव के युवक प्रेम सिंह से चुनाव हार गए थे।
मृतक के पुत्र लौकेश ने पुलिस को बताया है कि वे अपने पिता आनंदी सिंह के साथ हंटरगंज स्कूटी से गए थे। वहा से दोनों पिता व पुत्र देर रात्रि स्कूटी से लौट रहे थे। जैसे ही दोनों गोसाईडीह-नौकाडीह के रास्ते में घुसे। कुछ ही दूरी पर 5-6 की संख्या में अपराधी बैठे दिखे। जिसमें झारखंड के हंटरगंज थाना क्षेत्र के खुंटी केवाल निवासी रामनिवास सिंह, सुग्गी गांव निवासी रामकुमार मिश्र और रामअनुज मिश्र वाहन को रूकवाया। इसके बाद उसे मारपीट लोगों ने भगा दिया। इसी बीच इन्हीं में से किसी एक व्यक्ति ने पिताजी की कनपट्टी (कान के पास)में गोली मार दी। इसके बाद हत्यारे भाग गए। लौकेश ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि गोली चलने के बाद जब पिताजी के पास पहुंचा। तो देखा कि उनके पिता खून से लथपथ हैं। तब तक मेरे चचेरा भाई आलोक कुमार सिंह भी पहुंच चुका था। दोनों भाई मिलकर खून से लथपथ पिताजी को स्थानीय अस्पताल में ले गए। जहा डॉक्टरों ने पिताजी को मृत घोषित कर दिया। बतातें चले की मारे गए पूर्व मुखिया आनंदी सिंह कौलेश्वरी मंदिर प्रबंधन कमेटी के सदस्य भी थे। घटना के बाद परिजनों ने पूर्व मुखिया के शव को रात भर घर में रखा। इधर, गया जिले के डोभी थाना की पुलिस और झारखंड के हंटरगंज थाना की पुलिस घटनास्थल को लेकर सीमा विवाद को लेकर रात भर परेशान रहे। अंत में घटनास्थल बिहार की सीमा में होने के बाद मृतक के परिजन व ग्रामीणों ने पूर्व मुखिया आनंदी सिंह की लाश को लेकर सोमवार की सुबह डोभी-चतरा सडक मार्ग पर गोसाइडीह के पास रख दिया। हत्या के विरोध में लोगों ने एक घटे तक सड़क जाम रखा। पुलिस द्वारा हत्यारों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई तथा शीघ्र गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद शव को पुलिस बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल भेजा। इसके बाद जाम हटा। डोभी थानाध्यक्ष रविभूषण ने बताया कि मृतक की कनपटी में एक गोली लगने का निशान है। उन्होंने बताया कि मृतक के पुत्र लौकेश के बयान पर आरोपितों के विरुद्ध कांड दर्ज कर लिया गया है। पूर्व मुखिया आनंदी सिंह की हत्या में शामिल आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए हंटरगंज और डोभी थाना की पुलिस साझा रूप से कार्रवाई करेगी।