श्रीराम कथा सुनने से मिलती है शांति
प्रखंड के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में रामनवमी पर शोभायात्रा निकाली गई। इसके साथ ही चैत्र रामनवमी पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। कहीं से कोई अप्रिय घटना की
औरंगाबाद। प्रखंड के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में रामनवमी पर शोभायात्रा निकाली गई। इसके साथ ही चैत्र रामनवमी पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। शोभायात्रा में हसपुरा बाजार के ग्रामीण शामिल थे। बाजार स्थित ऐतिहासिक व प्राचीन मां दुर्गा मंदिर से शोभायात्रा निकली। धीरेंद्र कुमार, राजेश केशरी समेत दर्जनों श्रद्धालुओं ने माथे पर कलश लेकर छठियारा घाट तक पैदल यात्रा की। शोभायात्रा के दौरान जय श्रीराम व जय बजरंगबली के नारे लग रहे थे। जय श्रीराम के नारा से वातावरण गुंजायमान रहा। शनिवार की तरह रविवार को घरों से लेकर मंदिरों तक में भक्ति गीत बजने से वातावरण भक्तिमय दिख रहा था। बघोई गांव में रामनवमी धूमधाम से सम्पन्न हो गया। इसके अलावा विभिन्न जगहों पर रामनवमी का शोभायात्रा निकाली गई। शनिवार की रात कई जगहों पर श्रीराम कथा वाचन का आयोजन किया गया था। साथ ही प्रवचन के दौरान संतों द्वारा कहा गया कि मन को शांति व दुख दर्द को मिटाने के लिए श्रीराम कथा सुनना चाहिए। क्योंकि मन की शुद्धि के लिए यह आवश्यक है। उधर पर्व को लेकर जुलूस व शोभायात्रा में किसी प्रकार की दिक्कत व अप्रिय घटना न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन मुस्तैद दिखी। थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार के नेतृत्व में विभिन्न जगहों पर पुलिस की तैनाती की गई थी। चौक-चौराहों पर पुलिस बल देखे गए। थानाध्यक्ष ने कहा कि क्षेत्र में शांति कायम रहे इसके लिए पुलिस अपनी भूमिका में सक्रिय है।