डेढ़ सौ पुराना है जम्होर सूर्य मंदिर
(औरंगाबाद) : सदर प्रखंड के जम्होर के संगम खुटी विष्णु रढुआ का सूर्य मंदिर आकर्षक है। ड
(औरंगाबाद) : सदर प्रखंड के जम्होर के संगम खुटी विष्णु रढुआ का सूर्य मंदिर आकर्षक है। डेढ़ सौ वर्ष पुराना रहने के बावजूद आकर्षक है। न्यास समिति के सदस्य मंदिर को सजाने का कार्य करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। मंदिर पुनपुन नदी के तट पर स्थित है जहां छठव्रति नदी में स्नान कर भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं। पैक्स अध्यक्ष विनोद मेहता, मुखिया प्रतिनिधि जीतेंद्र कुमार, न्यास समिति के सदस्य अजीत ¨सह ने बताया कि जो श्रद्धालु सच्चे दिल से पूजा करते हैं उनकी हर मन्नत पूरी होती है। ग्रामीणों की माने तो यह मंदिर का निर्माण पंजाब के बाबा हंस राज उर्फ खाकी बाबा के द्वारा कराया गया था। बताया जाता है कि पंजाब से खाकी बाबा रढुआ धाम जम्होर में आकर रहने लगे। उन दिनों यहां विरान लगता था। यहां से आने लोग कतराते थे। जमीन कारा के नवाब साहब की बताई जाती है। बताया जाता है कि जब कारा गांव में आग लग गई तो बुझ नहीं पा रहा था तो उस समय बाबा को बुलाया गया। बाबा के पहुंचते ही आग बुझ गई। तब नवाब साहब ने बाबा को कुछ मांगने की इच्छा जताई। तभी खाकी बाबा ने कहा कि जहां विरानगी जमीन पर रहते थे वहां पर जमीन दे दे ताकि मंदिर का निर्माण करा सके। उसी समय नवाब साहब ने मंदिर के लिए जमीन दान के स्वरूप में दे दिया तभी खाकी बाबा ने वहां पर मंदिर निर्माण हेतु नीव डाली और सभी के सहयोग से भगवान विष्णु, भगवान भास्कर, भगवान शंकर, भगवान महावीर समेत कई भगवान के मंदिर का निर्माण कराया गया। मंदिर न्यास समिति के तहत कर दी गई है। अध्यक्ष रामबचन तिवारी, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता, मंदिर के महंत नंद ब्रह्मचारी, सदस्य अजित ¨सह के साथ अन्य ग्रामीण मंदिर की देखरेख करते है। ग्रामीणों की माने तो मंदिर के निर्माणकर्ता खाकी बाबा की परिसर में स्थित है।