गायत्री परिवार ने मनाया विवेकानंद की जयंती
औरंगाबाद । दाउदगर अनुमंडल मुख्यालय में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर बाजार स्थित म
औरंगाबाद । दाउदगर अनुमंडल मुख्यालय में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर बाजार स्थित मुख्य हनुमान मंदिर से भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। यात्रा शहर के विभिन्न मागरें से गुजरा। लखन मोड़ पर संगोष्ठी की गई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा नगर में प्रेरक संदेश देते स्लोगन और स्वामी विवेकानंद की बड़ी तस्वीर के साथ यात्रा निकाली गई। अभाविप के नगर मंत्री रविशकर कुमार, कालेज अध्यक्ष आर्यअमर केशरी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सौरभ सिंह, आनंद राज, धीरज कुमार, कालेज मंत्री रोहित कुमार, गोल्डेन कुमार, चंदन कुमार, दीपक, रौशन, सतीश, शम्भू, प्रदुम्न, मनीष और सतीश कुमार शामिल हुए। बच्चों ने शहर के मुख्य मागरें से भ्रमण करते हुए संदेश दिया- खून भी देंगे, जान भी देंगे, देश की माटी कभी न देंगे। यह युवक न बेताल बनेगा, भारत मा का लाल बनेगा। बागला देशियों सावधान, जाग उठा है नौजवान। नौजवानों का क्या संदेश- सुन्दर सुहाना भारत देश। देश की रक्षा कौन करेगा, हम करेंगे, हम करेंगे। स्वामी जी के ऐसे संदेश देकर युवाओं ने बताया कि उनका मार्ग क्या है?
तरारी में मनी विवेकानंद की जयंती
दाउदनगर (औरंगाबाद) तरारी पंचायत भवन में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती मनायी गई। एकल विद्यालय अभियान के ग्राम स्वराज मंच के पूर्णकालिक कार्यकर्ता प्रखंड शिक्षक प्रमुख धीरेंद्र कुमार, प्रखंड कथाकार सूर्यदेव राम, प्रखंड गतिविधि प्रमुख धनंजय पासवान, व्यवस्था प्रभारी अवधेश शर्मा उर्फ भाई अवधेश, प्रमोद कुमार शामिल हुए। वक्ताओं ने कहा कि किसी व्यक्ति के विचार की पूजा होती है। स्वामी जी ने कहा था- उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको। इस संदेश पर हर व्यक्ति को अमल करने की जरुरत है।
डीएवी नवीनगर में मनी जयंती
नवीनगर (औरंगाबाद) : डीएवी स्कूल प्रांगण में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य बासुकी प्रसाद के द्वारा विवेकानंद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। प्राचार्य ने कहा कि विवेकानंद अपने जीवन और कर्म से न केवल भारतवासियों के प्रेरणास्रोत थे, बल्कि समस्त मानववासियों के हित के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया। विवेकानंद संत ही नहीं, एक महान देशभक्त, प्रखर वक्ता, ओजस्वी विचारक, चिंतनशील लेखक और मानवप्रेमी थे। आज जरूरत है कि हम सभी उनके विचारों का अनुशरण करें। बीएन द्विवेदी ने विवेकानंद की जीवनी पर चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक दिनेश सिंह ने किया। सुधीर सिंह, गिरेंद्रनाथ, कुंदन कुमार, अनूप पाठक, मुकुल कुमार सिन्हा समेत सभी शिक्षक उपस्थित थे।
रफीगंज में मनी जयंती
रफीगंज (औरंगाबाद ): रफीगंज में गायत्री परिवार द्वारा विवेकानंद की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर सेवानिवृत शिक्षक गिरजानंदन ने विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डाला। निधि, मधु गुप्ता, विजया कुमारी एवं महिला मंडल के अन्य सदस्यों ने विवेकानंद के विचारों से जनसमूह को परिचित कराया। प्रो. जगदीश प्रसाद ने देश के नवनिर्माण में विवेकानंद के विचारों को रेखांकित किया। कहा कि भारतीय संस्कृति के उत्थान से ही भारत और विश्व का कल्याण होगा। भारतीय संस्कृति में घृणा का कोई स्थान नहीं है। सुरेंद्र सिंह, शंभू गुप्ता, चंद्रशेखर, हरि प्रसाद, प्रभृति, विजयलक्ष्मी प्रसाद, हनी सिंह, खुशी सिंह, विश्वनाथ प्रसाद, प्रियंका गुप्ता शामिल रहे।
हसपुरा में मना युवा दिवस
हसपुरा (औरंगाबाद) : हसपुरा में मंगलवार को नेशनल स्कूल आफ साइंस एंड टेक्नालाजी, रामजानकी ठाकुर परिसर में विवेकानंद की जयंती मनाई गई। टेक्नालाजी के निदेशक संतोष तिवारी, राजेश कुमार, सुहैल खान ने विवेकानंद विचारों से अवगत कराया। उनके मार्गो पर चलने का आह्वान किया। रामश्याम अकेला, मनोज कुमार समेत सभी शिक्षक उपस्थित थे। एकल विद्यालय द्वारा आयोजित जयंती में पूर्व मुखिया विजय अकेला, वीरेंद्र कुमार, सुभाष पांडेय, ब्रजेश कुमार शामिल हुए। शिक्षका सुभद्रा प्रसाद, शिवानी सिन्हा, मंजय यादव, अविनाश सिंह, रामध्यान पासवान शामिल थे।
गोह में विवेकानंद मनी जयंती
गोह (औरंगाबाद) : चंद्रशेखर आजाद पार्क में डा. अमरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में विवेकानंद की जयंती मनाई गई। जयंती समारोह में आरएसएस के अलावे अलग-अलग संगठन के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। वक्ताओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए विवेकानंद के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। दीपक उपाध्याय ने विवेकानंद की जीवनी पर चर्चा की। कार्यक्रम में भाजपा नेता ई. सुनिल शर्मा, योगेंद्र प्रसाद योगी, मुन्ना यादव, धीरज सिंह चौहान, मोनू उपाध्याय, भोला यादव, अभय सिंह, कृष्णा अग्रवाल, विक्रांत विभव, ज्ञान रंजन, अभाविप के अंकित सिंह चौहान, गौतम दूबे, छोटू कुमार उपस्थित रहे।