नाबालिग लड़की की जबरन करा रहे थे शादी, सहेलियों ने उठाया ये कदम
बिहार में एक नाबालिग लड़की की शादी को रोकने के लिए उसकी सहेलियां आगे आईं। उन्होंने पहले तो परिजनों को समझाया, लेकिन उनके नहीं समझने पर पुलिस की सहायता ली। क्या है मामला, जानिए।
औरंगाबाद [जेएनएन]। घरवालों ने नाबालिग लड़की की शादी तय कर दी तो सहेलियों ने उन्हें समझाया। लेकिन, वे नहीं माने। इसपर सहेलियों ने हार नहीं मानी। वे पुलिस स्टेशन जा पहुंची। इसके बाद वुलिस ने हस्तक्षेप कर शादी रुकवाई। घटना औरंबागाद के अंबा की है।
जानकारी के अनुसार अंबा की रहने वाली 16 साल की नाबालिग लड़की आशा की शादी परिजनों ने 18 अप्रैल को तय कर दी। अाशा शादी करना नहीं चाहती है। वह पढऩा चाहती है। उसने दिल की बात सहेली प्रीति एवं मीनाक्षी को बताई। सहेलियों ने आशा के माता-पिता को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने।
शादी पचरुखिया गांव निवासी रामपुकार मेहता के पुत्र विकास के साथ शादी तय कर दी है।
सहेलियां किसी भी हालत में यह शादी नहीं होने देना चाहतीं थीं। वे सीधे रिसियप थानाध्यक्ष रामराज सिंह से मिलीं और सारी बात बताई। थानाध्यक्ष ने बाल विवाह का मामला देख आशा के पिता सुरेश मेहता से मिले। थानाध्यक्ष के कहने पर पिता ने शादी नहीं करने का आश्वासन दिया है।