18.50 लाख लूट मामले में चार नामजद
शहर के कलेक्ट्रेट के सामने ऐक्सिस बैंक के पास से बाइक सवार लुटेरों ने गुरुवार को 1
औरंगाबाद। शहर के कलेक्ट्रेट के सामने ऐक्सिस बैंक के पास से बाइक सवार लुटेरों ने गुरुवार को 18 लाख 50 हजार लूटने की घटना में चार को नामजद अभियुक्त बनाया है। मामले में रोहतास जिले के शिवसागर थाना के खिरहींडी गांव निवासी मृत्युंजय सिंह के बयान पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। जमीन विक्रेता जम्होर थाना के धनहारा गांव निवासी विवेक कुमार सिंह, पप्पू सिंह, सुमित कुमार सिंह (तीनों भाई) एवं राजपुर गांव निवासी वीरेंद्र सिंह नामजद अभियुक्त बने हैं। दो अज्ञात को आरोपित किया गया है। पुलिस ने घटना के बाद तीनों भाइयों को पूछताछ के लिए गुरुवार को थाना ले गई थी। थानाध्यक्ष रवि भूषण ने बताया कि पूछताछ के बाद तीनों भाइयों को छोड़ दिया गया है। मृत्युंजय ने पुलिस को बताया कि तीनों भाइयों से शहर में जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए अपने परिवार के सदस्य मुन्ना सिंह एवं उसकी पत्नी सुनिता देवी के साथ औरंगाबाद शहर आए थे। तीनों भाइयों को पहले 32 लाख रुपये दे दिया था। शेष पैसा 16 लाख 16 हजार 500 तीनों भाइयों के द्वारा कैस लेने से इंकार करने के बाद उनके बैंक खाता में डालने के लिए एक्सिस बैंक पहुंचे थे। तीनों भाइयों ने अपने अपने बैंक खाता में पैसे डालने की बात कही थी। बैंक पहुंचे तो साथ रहे तीनों भाइयों ने कहा कि लिक फेल है। लिक फेल रहने के कारण तीनों भाइयों ने कहा कि दूसरे बैंक में चलिए। मृत्युंजय ने पुलिस को बताया कि रुपये से भरा झोला लेकर बैंक से बाहर निकले तो तीनों भाई बैंक के बाहर खड़े हो गए। तीनों भाइयों के इशारा पर बाइक पर सवार लुटेरे पहुंचे और रुपये से भरा झोला को झपट्टा मार ले भागे। झोला में 18 लाख 50 हजार रुपये था जो लुटेरों के द्वारा लूट लिया गया। मृत्युंजय ने पुलिस को बताया कि तीनों भाइयों के अलावा बीचवान वीरेंद्र ने षड़यंत्र के तहत पैसे का लूट कराया है। नगर थानाध्यक्ष ने बताया कि पूछताछ के लिए थाना लाए गए तीनों भाइयों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिलने के कारण छोड़ दिए गए हैं। अगर अनुसंधान में साक्ष्य आएगा तो कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के अनुसार लूट के इस मामले में कोढ़ा गिरोह के लुटेरों के शामिल होने की बात सामने आई है। स्थानीय लुटेरों की पहचान की जा रही है। जेल से छूटे कुछ लुटेरों को पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस कई जगहों पर छापेमारी की है। अबतक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।