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काजी हाउस में मछली मार्केट का निर्माण

खुलेआम मछली और मुर्गा की बिक्री का विरोध अक्सर होता आया है। अभी मुख्य पथ स्थित नगर पालिका मार्केट( मछली मार्केट) में मछली और मुर्गा की दुकानें हैं जिसे वहां से हटाने की मांग शहरवासियों द्वारा बहुत पहले से उठाई जा रही है, जिसके बाद पिछले नगर पंचायत बोर्ड द्वारा नगर परिषद कार्यालय रोड में अवस्थित कांजी हाउस की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराकर एक मार्केट का निर्माण कराने की योजना स्वीकृत की गई थी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Dec 2018 11:42 PM (IST)Updated: Sat, 29 Dec 2018 11:42 PM (IST)
काजी हाउस में मछली मार्केट का निर्माण
काजी हाउस में मछली मार्केट का निर्माण

खुलेआम मछली और मुर्गा की बिक्री का विरोध अक्सर होता आया है। अभी मुख्य पथ स्थित नगर पालिका मार्केट( मछली मार्केट) में मछली और मुर्गा की दुकानें हैं जिसे वहां से हटाने की मांग शहरवासियों द्वारा बहुत पहले से उठाई जा रही है, जिसके बाद पिछले नगर पंचायत बोर्ड द्वारा नगर परिषद कार्यालय रोड में अवस्थित कांजी हाउस की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराकर एक मार्केट का निर्माण कराने की योजना स्वीकृत की गई थी। अब लोगो की शिकायत जल्द दूर होने वाला है। अब बा•ार स्थित मुर्गा व मछली की दुकानें शहर के वार्ड संख्या 12 में जहां पहले काजी हाउस था। वहीं जाने वाला है। लगभग 19 लाख की राशि के लागत से मछली मार्केट लगभग बन कर तैयार है। आने जाने वाले शाकाहारी लोगों को भी अब दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि यह मार्केट मुख्य सड़क से अंदर के तरफ है।

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16 दुकान का हुआ है निर्माण

बाजार स्थित मुर्गा और मछली की दुकानें वार्ड संख्या 12 स्थित कांजी हाउस में शिफ्ट कराने हेतु मीट, मछली, मुर्गा मार्केट निर्माण का टेंडर निकलने के बाद कार्य प्रगति पर है। दुकानें बन गई है। संवेदक जियाउल रहमान ने बताया कि मार्केट निर्माण की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के बाद जमीन का समतलीकरण कराते हुए इसमें 16 दुकान का निर्माण किया गया है। थोड़ा दुकानों की चबूतरा बनाने का कार्य बचा है वह भी जल्द पूरा हो जाएगा। श्रद्धालुओं को होती थी परेशानी

विदित हो कि मुख्य बाजार स्थित नगर पालिका मार्केट में मछली की दुकानें और उसके आसपास सड़क पर किनारे में मुर्गा की दुकानें लगती है, जिससे आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मछली और मुर्गा दुकानदारों द्वारा उसके अवशेष भी सड़क किनारे ही नाली में फेंक दिए जाते हैं, जिससे दुर्गंध भी उत्पन्न होता है। बगल में ही हनुमान मंदिर भी है जिससे श्रद्धालुओं को काफी परेशानी होती है। इससे परेशान होकर स्थानीय नागरिकों द्वारा लंबे समय से वह स्थान से मछली और मुर्गा दुकान हटाने की मांग उठाई जाती रही है। पिछले नगर पंचायत बोर्ड ने कांजी हाउस की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराकर उस पर मीट, मुर्गा, मछली मार्केट निर्माण की योजना स्वीकृत की थी, जिसकी लागत राशि करीब 19 लाख रुपये है। अब मार्केट का निर्माण लगभग हो चुका है, जल्द इसमें दुकानें शिफ्ट करा दिया जाएगा, जिससे लोगो की शिकायत दूर हो जाएगी।


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