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औरंगाबाद में आग: एक परिवार की मां-बेटी और सास समेत 5 की मौत, पड़ोस के दो बच्चों की भी चली गई जान; मचा कोहराम

दोपहर में खाना खाकर आराम कर रहे परिवार ने तड़पकर तोड़ा दम। घर से बाहर नहीं निकलने के कारण हुई मौत। दो बच्चों ने इलाज के दौरान अस्पताल में तोड़ा दम। मां और बहन की मौत से बिलख रहा था परिवार।

By Manish KumarEdited By: Yogesh SahuPublished: Thu, 20 Apr 2023 08:42 PM (IST)Updated: Thu, 20 Apr 2023 08:43 PM (IST)
औरंगाबाद में आग: एक परिवार की मां-बेटी और सास समेत 5 की मौत, पड़ोस के दो बच्चों की भी चली गई जान; मचा कोहराम
औरंगाबाद में आग: एक परिवार की मां-बेटी और सास समेत 5 की मौत

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हेतमपुर अनुसूचित जाति टोला स्थित तीन घरों में गुरुवार दोपहर आग लग गई।

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बिजली के खंभे से घर में गए बिजली के तार में हुए शार्ट-सर्किट से आग लगी। घर में आराम कर कर रहे मां-बेटी और सास के साथ पांच की झुलसकर मौत हो गई।

दो झुलसकर घायल हो गए। ग्रामीणों ने बताया कि संतलेश भुइंया की पत्नी रीना देवी (28 वर्ष), दो वर्षीय पुत्री रानी कुमारी, सास गीता देवी (51 वर्ष) पति विनय उर्फ मुनई भुइयां, पड़ोसी प्रमोद भुइयां के पुत्र धीरज कुमार (आठ वर्ष ) और देवन भुइयां की पुत्री रानी कुमारी (सात वर्ष ) की मौत हो गई।

धीरज एवं रीना आग से झुलसकर घायल हो गए थे। दोनों की मौत सदर अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हुई है। आग से झुलसे विनय की पुत्री रीना कुमारी और प्रमोद भुइयां की पुत्री आरती कुमारी की हालत गंभीर बताई जाती है।

सदर अस्पताल में इलाज के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया है। घटना की सूचना पर एडीएम आशीष कुमार सिन्हा, एसडीएम विजयंत समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पहुंचे।

सूचना पर अग्निशमन वाहन भी पहुंचा और घर में लगी आग को बुझाया। अग्निशमन वाहन के पहुंचने के पहले ही तीनों की मौत हो गई थी। चार लोग झुलस गए थे। तीनों घर पुरी तरह जलकर राख हो गए हैं।

विनय के ससुर सीता भुइयां ने बताया कि घर के ऊपर टंगे बिजली के तार में शार्ट-सर्किट से फूस की झोपड़ी ने आग पकड़ ली थी। तेज धूप और लू के कारण आग ने तीन घरों को अपनी चपेट में ले लिया। उनकी बेटी, नतिनी और नाती की पत्नी की मौत हो गई।

चार लोगों ने किसी तरह घर से बाहर निकल अपनी जान बचाई। बताया कि उनके दामाद विनय भुइयां अपने पूरे परिवार के साथ ससुराल में रहकर मजदूरी करते हैं। घटना के समय वे घर पर नहीं थे।

एक दिन पहले ही अपने गांव मदनपुर थाना क्षेत्र के सरैया गए थे। एडीएम ने बताया कि मृतक के आश्रित को चार-चार लाख मुआवजा का चेक प्रदान किया जाएगा।

आग से जले घर को सही करने के लिए तीनों घरों के मालिकों को 11-11 हजार रुपये दिए जाएंगे। कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन-तीन हजार रुपये भी दिए जा रहे हैं।

गोद में लिए बेटी को बचाने में मां की भी चली गई जान

सदर प्रखंड के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हेतमपुर गांव में गुरुवार दोपहर अगलगी की घटना में पांच की मौत से माहौल हृदय विदारक हो गया। संतलेश भुइयां की पत्नी रीना देवी ने अपनी दो वर्षीय पुत्री रानी कुमारी को बचाने के क्रम में अपनी जान गवां दी।

बेटी को गोद में लेकर वह घर से बाहर निकलने का प्रयास कर रही थी, पर दरवाजे के बाहर फूस की झोपड़ी में लगी आग की तेज लपट के कारण बाहर नहीं निकल सकी। गोद में लिए बेटी के साथ दरवाजे पर ही उसने दम तोड़ दिया।

रीना की सास गीता देवी पति विनय भुइयां भी आग की तेज लपट के कारण बाहर नहीं निकल सकी और उसकी भी मौत घर के अंदर हो गई। तीनों को घर में तड़पते देख पास के घरों के कुछ लोग देखते रहे, चिल्लाते रहे पर तीनों की जान नहीं बचा सके।

विनय की पुत्री रीना कुमारी, प्रमोद भुइयां की पुत्री आरती कुमारी, पुत्र धीरज कुमार और देवन भुइयां की पुत्री रानी कुमारी को किसी तरह बाहर निकाला गया और सदर अस्पताल लाया गया।

इलाज के दौरान धीरज और रानी की भी मौत हो गई। सभी बुरी तरह से झुलस गए थे। इस घटना में अपनी मां, बहन और दादी को खोए 10 वर्षीय मनीष कुमार ने बताया कि वह घटना के समय अपने भाई बिटू कुमार को खाना देने खेत पर गया था।

मां ने ही खाना देकर घर से विदा किया था। ग्रामीणों ने बताया कि विनय भुइयां का घर मदनुपर थाना क्षेत्र के सरैया गांव में है। वे अपने पूरे परिवार के साथ इस गांव में अपने ससुराल में रहकर मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं।

इस घटना में विनय की पत्नी गीता देवी, पतोहू रीना देवी और पोती रानी कुमारी की मौत हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि घटना के एक दिन पहले से ही विनय अपने गांव गया है।

आग बुझने के बाद बाहर निकाला गया शव

सदर प्रखंड के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हेतमपुर गांव में गुरुवार को अगलगी की घटना में अग्निशमन विभाग की लापरवाही सामने आई। ग्रामीणों ने आग लगने की सूचना थानाध्यक्ष राजेश कुमार को दी और थानाध्यक्ष ने सूचना अग्निशमन विभाग को दी।

सूचना के करीब डेढ़ घंटे बाद अग्निशमन वाहन पहुंचा। तब तक तीनों घर आग से जलकर राख में तब्दील हो गया था। विनय भुइयां की पत्नी गीता देवी, रीना देवी पति संतलेश भुइयां और संतलेश की दो वर्षीय बेटी रानी कुमारी की मौत घर में हो चुकी थी।

विनय की पुत्री रीना कुमारी, प्रमोद की पुत्री आरती कुमारी, पुत्र धीरज कुमार और देवन भुइयां की पुत्री रानी कुमारी बुरी तरह से झुलस गए थे। इन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया तब अग्निशमन की वाहन गांव में पहुंचा।

आग को बुझने के बाद घर में पड़े तीनों शव बाहर निकालकर एंबुलेंस से पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजे गए। अगलगी की सूचना पर एडीएम आशीष कुमार सिन्हा, एसडीएम विजयंत, अग्निशमन के जिला समादेष्टा विनय कुमार, बीडीओ रविरंजन, सीओ अंशु कुमार, थानाध्यक्ष समेत पुलिसकर्मी पहुंचे।

ग्रामीणों ने बताया कि बिजली का जर्जर तार में हुए शार्ट-सर्किट के कारण यह घटना हुई है। इन्हें सुधारने के लिए बिजली कर्मी नहीं आते हैं। जिला पार्षद अनिल कुमार, जिला पार्षद प्रतिनिधि सुबोध कुमार सिंह, पूर्व जिला पार्षद राघवेंद्र प्रताप सिंह, राजद नेता संजय कुमार यादव, स्थानीय मुखिया समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे।

हेतमपुर गांव में मचा कोहराम

मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हेतमपुर अनुसूचित जाति टोला में अगलगी से हुई पांच मौत के बाद गांव में कोहराम मच गया। स्वजन से लेकर ग्रामीण व रिश्तेदार चीत्कार मारकर रोने लगे। गांव का माहौल पूरी तरह गमगीन हो गया। स्वजन को ढांढ़स बंधाने वाले भी रोने लग रहे थे। घटना के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है।


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