अनामांकित और गांव लौटे बच्चों की पहचान कर किया जाएगा नामांकन
औरंगाबाद। अनामांकित व गांव लौटे बच्चों की पहचान कर उनका नजदीकी विद्यालय में नामांकन कराने
औरंगाबाद। अनामांकित व गांव लौटे बच्चों की पहचान कर उनका नजदीकी विद्यालय में नामांकन कराने का अभियान बुधवार से शुरू हो रहा है। इसकी तैयारी शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही है। फोकस इस बात पर है कि कोई भी अनामांकित बच्चा न छूटे। सरकारी आदेशानुसार गांव में लौटे बच्चों की पहचान करने पर भी ध्यान देना है। महत्वपूर्ण है कि कोरोना संकट के बीच काफी संख्या में प्रवासी बिहारी वापस अपने गाँव लौटे हैं। इनके बच्चे जहां थे, वहां से पढ़ाई छोड़कर आये हैं, अभी वे किसी स्थानीय विद्यालय में नामांकित नहीं हैं। इसलिए इन पर ध्यान देना है।
निर्देशों का अनुपालन सभी के लिए बाध्यकारी किया गया है। इससे यह पता चलता है कि विभाग इसके लिए कितना गंभीर है। बीईओ रविंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिनके पास कोई दस्तावेज नहीं है उनसे सिर्फ घोषणा पत्र लिया जाएगा। विभागीय सूत्रों के अनुसार सरकार के निर्देशानुसार सभी प्रखंडों में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में नामांकन के लिए विशेष पखवाड़ा बुधवार से शुरू किया जा रहा है। यह 15 जुलाई तक चलेगा। सरकार के निर्देश के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी औरंगाबाद द्वारा सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, सभी प्रखंड साधन सेवी, सभी प्रधानाध्यापक प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय को आदेश दिया गया है कि वे इसे सफल बनाएं। सोमवार को जारी पत्र के अनुसार जिला स्तर से प्रखंड स्तर पर अनुश्रवण समिति द्वारा रूपरेखा निर्धारित करते हुए अभियान चलाकर बच्चों के नामांकन का निर्देश दिया है। प्रतिदिन होगा समेकित रिपोर्ट संधारण :-
पत्र में कहा गया है कि सभी विद्यालय प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक वार्ड वार, टोलावार, शिक्षक शिक्षा संघ सेवक को अधिकृत कर लेंगे। संबंधित बच्चों के माता-पिता अभिभावक से प्रमाण पत्र लेंगे कि अन्य स्थानीय विद्यालय में उनका बच्चा नामांकित नहीं है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारी और शिक्षकों को आदेश दिया है कि ससमय कार्य को संपादित करें। एक से 15 जुलाई तक प्रतिदिन प्रखंडवार समेकित रिपोर्ट सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से समग्र शिक्षा अभियान औरंगाबाद कार्यालय को निर्धारित समय पर उपलब्ध कराना होगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी के आदेश के आलोक में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों ने भी सभी संकुल संसाधन केंद्रों पर प्रखंड स्तर पर नामांकन अभियान से संबंधित प्रतिवेदन संधारण हेतु एक प्रखंड साधन सेवी को प्राधिकृत किया गया है। विशेष नामांकन पखवाड़ा में मिलेंगी ये सुविधाएं :
-नामांकन, शिक्षा एवं पाठ्य पुस्तकें निशुल्क।
-योग्य शिक्षकों द्वारा पठन-पाठन की व्यवस्था।
-पौष्टिक मध्याह्न भोजन।
-स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण।
-मनोरंजन हेतु खेलकूद की सामग्री उपलब्ध।
-समय-समय पर निशुल्क प्राथमिक उपचार।
-बच्चों को दार्शनिक, ऐतिहासिक स्थलों का परिभ्रमण।
-नामांकित बच्चों का नियमित मासिक मूल्यांकन भी किया जाता है।
-दिव्यांग बच्चों को आवश्यकता अनुसार विशेष सुविधा-अनुदान उपलब्ध कराई जाती है।
-बच्चों का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, नैतिक एवं सकारात्मक शिक्षा का विकास।