श्रीबाबू बिहार के साथ देश के भी धरोहर थे : डॉ. अखिलेश
पटना के मिलर हाई स्कूल मैदान में 21 अक्टूबर को बिहार केसरी डा. श्रीकृष्ण सिंह की जयंती मनाई जाएगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद डा. अखिलेश प्रसाद सिंह
औरंगाबाद। पटना के मिलर हाई स्कूल मैदान में 21 अक्टूबर को बिहार केसरी डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की जयंती मनाई जाएगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में समारोह आयोजित की गई है। रविवार शाम कार्यक्रम की तैयारी को लेकर पूर्व मंत्री औरंगाबाद पहुंचे। श्रीकृष्ण नगर स्थित माध्यमिक शिक्षक संघ भवन में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि श्रीबाबू बिहार के साथ देश के धरोहर थे। जब भी मैं परेशानी में होता हूं श्रीबाबू का तस्वीर देखता हूं। उनकी तस्वीर देखने से सारी परेशानी दूर हो जाती है। बिहार केसरी व बिहार विभूति को लोग हमेशा याद करते हैं। डा. अखिलेश ने कहा कि जो अपने पुरखों को याद नहीं करते उनकी प्रगति नहीं होती है। श्रीकृष्ण बाबू के विचार अब भी प्रासंगिक है। मैंने बटाईदारी कानून का विरोध किया था और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि औरंगाबाद के लोग हमेशा मेरे साथ खड़ा रहते हैं। पार्टी में टिकट चाहने वाले लोग हमसे हमेशा दुखी रहते हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में ऐसा हुआ जिन्हें टिकट मिला वो भी नाराज और जिन्हें नहीं मिला वे भी नाराज। जिन्हें टिकट मिला वे चुनाव हार गए। पूर्व विधायक जनार्दन शर्मा एवं सुरेश मेहता ने कहा कि डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह श्रीबाबू के सच्चे सेवक हैं। उनके बताए मार्ग पर चल रहे हैं। उनके कार्यों को बिहार में आगे बढ़ा रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रमोद सिंह ने श्रीबाबू को भारत रत्न दिए जाने की मांग की। कहा कि उन्हें भारत रत्न न मिलना बिहारवासियों के साथ नाइंसाफी है। धर्मवीर शुक्ला, रामानुज प्रभात, राशिद अली खान एवं एनएसयूआई के अध्यक्ष आशुतोष कुमार सिंह ने संबोधित करते हुए 21 अक्टूबर को पटना पहुंचने का आह्वान किया। आए अतिथियों का स्वागत अमित रंजन उर्फ छोटू ने की। सभी ने मंच से दिवंगत मुखिया नवलकिशोर सिंह को याद किया। कहा कि औरंगाबाद में वे हम सभी के स्तंभ थे। सुधीर शर्मा, राजीव शर्मा, निलमणी कुमार, अविनाश कुमार पिटू, राशिद अली खान, पूर्व वार्ड पार्षद इरफान अंसारी, मनोज कुमार, बिट्टू कुमार उपस्थित रहे।