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दहेज मांगने वाले भिखारी नहीं डकैत हैं : डीएम

दाउदनगर प्रखंड कार्यालय परिसर में दहेज एवं बाल विवाह उन्मूलन पर आयोजित उन्मुखीक

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Dec 2017 03:00 AM (IST)Updated: Mon, 11 Dec 2017 03:00 AM (IST)
दहेज मांगने वाले भिखारी नहीं डकैत हैं : डीएम
दहेज मांगने वाले भिखारी नहीं डकैत हैं : डीएम

औरंगाबाद। दाउदनगर प्रखंड कार्यालय परिसर में दहेज एवं बाल विवाह उन्मूलन पर आयोजित उन्मुखीकरण कार्यशाला का उद्घाटन डीएम कंवल तनुज, एसपी सत्यप्रकाश, एसडीओ अनीस अख्तर एवं एसडीपीओ संजय कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। डीएम कंवल तनुज ने कहा कि दहेज प्रथा को जड़ से मिटाना होगा। दहेज व बाल विवाह उन्मूलन के लिए लोगों को आना होगा। भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे पुरानी संस्कृति है। नारी की उपेक्षा कभी किसी भी धर्म ने नहीं की है। नारी की पूजा सर्वत्र होती है धर्म का मूल ही नारी है। सृष्टि का मूल नारी है। यह सोचना होगा कि इतनी पुरानी संस्कृति में आखिर किस मोड़ पर हम सब भटक गए थे। उन्होंने दहेज प्रथा उन्मूलन के लिए लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि जिस संबंध का आधार मोल जोल हो, वहां प्रेम नहीं मिल सकता जहां दहेज की बात हो वहां मान लेना होगा कि आने वाला जीवन ठीक है। बच्चियां दहेज वाली शादी कभी नहीं करें उनकी नजर में दहेज मांगने वाले भिखारी नहीं बल्कि डकैत हैं, फिरौती मांगने वाले हैं। उन्होंने पुरुषों से कहा कि यदि आप में पुरुषार्थ है तो अपने घर की महिला का इज्जत करना सीखें। हमें पहले अपने घर में सुधार करना होगा। डीएम ने कहा कि खुद मैंने और एसपी डॉ. सत्यप्रकाश ने बिना दहेज के अपनी शादी की है। जिन्हें जो वचन दिया था, उस वचन को निभाया है और अपनी पत्नी से पूरे आत्मसम्मान के साथ नजर से नजर मिला कर बात करते हैं। इसी तरह सबों को बिना दहेज लिए ही विवाह करना चाहिए और अपनी पत्नी के साथ पूरे आत्म सम्मान के साथ नजर से नजर मिला कर बात करना चाहिए और तभी आपस में प्रेम बढ़ेगा। बाल विवाह उन्मूलन के लिए जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि बाल विवाह से बच्चों का बचपना छीन लेते हैं। एक महिला घर को संभालती है, बच्चों को संस्कार देती है। जब एक महिला शिक्षित होती है तो पूरा समाज शिक्षित होता है। यदि वह परिपक्व नहीं होगी तो वह अपने बच्चों का बचपना कैसे संभालेगी। उन्होंने ब्राह्मणों और काजी से अनुरोध करते हुए कहा कि निकाह या शादी कराते समय शपथ पत्र एवं जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त करें और स्थानीय थाना को सूचना दें। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि दहेज प्रथा व बाल विवाह उन्मूलन अभियान को एक आंदोलन के रूप में लिया गया है। हम सबों को इस में अपनी भूमिका निभानी है। इस अनुमंडल में देवकुंड और दाउदनगर सूर्य मंदिर में शादियां होती हैं, दोनों मंदिर कमेटियों को निर्देशित किया गया है कि जो भी शादी हो, उसमें लड़का लड़की के आधार कार्ड का सत्यापन संबंधित थानाध्यक्ष से करा लें। उन्होंने बच्चियों का आह्वान करते हुए कहा कि बच्चियां एवं माताएं बाल विवाह व दहेज प्रथा का विद्रोह करें, विरोध करें और यदि ऐसा होता है तो स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दें। एसपी डा. सत्यप्रकाश ने कहा कि लोगों द्वारा मुआवजे के लिए सड़क जाम कर दिया जाता है, लेकिन दहेज प्रथा को रोकने के लिए कभी सड़क जाम नहीं किया जाता। दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के लिए यदि लोग सड़क जाम करें तो उस में सहयोग भी किया जा सकता समाज का निर्माण एक अच्छा व्यक्तित्व व समानता देने के लिए होता है। दहेज एक ऐसी भीख है जिसे लेने वाला सिर उठा कर लेता है और देने वाला सिर झुका कर देता है। इसकी सबसे बड़ी जवाबदेही लड़के की मां होती है। हमारा देश 21वीं सदी में चल रहा है और दहेज, बाल विवाह, भ्रूण हत्या जैसी कुरीति बढ़ती जा रही हैं। आज मानसिकता बदलने की जरूरत है, इसमें महिलाओं को अपनी भूमिका निभानी होगी। भारत जैसे एशिया के कुछ देशों में ही दहेज की परंपरा चल रही है। इसे तोड़िए, कानून अपनी जगह अपना काम कर रहा है। अपनी अंतरात्मा को झकझोरिए। लड़कियां खुद दहेज का विरोध करें। पुरुष कार्यकर्ता को छोड़ें तब समाज में बदलाव आएगा। एसडीओ अनीश अख्तर ने कहा कि इस अभियान की सफलता में जागरूकता की कमी भी एक बाधक है दिख रही है। यदि महिलाएं प्रण कर ले तो बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन अभियान सफल हो जाएगा। अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी तेज नारायण राय ने कहा कि बाल विवाह कर बच्चों का बचपना छीन लेते हैं। शारीरिक और मानसिक रूप से परिपक्व होने से पहले ही उनके बचपन छीन लेते हैं। दहेज प्रथा के कारण बेटा बेटी का ¨जदगी जीने का अधिकार छीन लेते हैं। डीसीएलआर राहुल कुमार ने कहा कि मानसिक बदलाव से ही समाज में परिवर्तन आएगा। बीडीओ अशोक प्रसाद ने स्वागत भाषण किया। कार्यक्रम का संचालन कपिलेश्वर विद्यार्थी ने की। उप कोषागार पदाधिकारी रवीश चंद्र प्रसाद, दाउदनगर पुलिस इंस्पेक्टर र¨वद्र प्रसाद, थानाध्यक्ष अभय कुमार ¨सह, ओबरा थानाध्यक्ष हरेंद्र कुमार, खुदवां के मनोज राम, करमा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि धर्मेंद्र कुमार ¨सह, चौरी पंचायत के मुखिया अनिल कुमार चंद्रवंशी, वार्ड सदस्य संघ के जिलाध्यक्ष अजय कुमार ¨सह, पीओ शैलेंद्र कुमार ¨सह, तरार पंचायत के मुखिया सर्वोदय प्रकाश शर्मा एवं अन्य लोग उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन ओबरा सीओ सह दाउदनगर नगर के प्रभारी सीओ तारा प्रकाश ने किया। उप प्रमुख नंद शर्मा, साक्षर भारत मिशन के प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक डा. संजय कुमार ¨सह आदि ने भी सभा को संबोधित किया।


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