जर्जर सड़क पर रेंग रही ग्रामीणों की जीवन
आजादी के 72 वर्ष बीत गए परंतु अब भी ग्रामीणों की जिदगी जर्जर सड़क पर रेंग रही है। सड़क के लिए ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक
औरंगाबाद। आजादी के 72 वर्ष बीत गए परंतु अब भी ग्रामीणों की जिदगी जर्जर सड़क पर रेंग रही है। सड़क के लिए ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक गुहार लगा रहे परंतु कोई सुनवाई नहीं हो रहा है। अगर इस सड़क से किसी बड़े जनप्रतिनिधि या अधिकारी को गुजरना हो तो मरम्मत कार्य शुरू हो जाता है। सदर प्रखंड के पोखराहां पंचायत के रुखुआ से बगैया जाने वाली सड़क का हाल बेहाल है। सड़क पर वाहन से चलना मुश्किल हो गया है। सड़क के पास लगे बोर्ड के अनुसार इसका निर्माण वर्ष 2013 में कराया गया था परंतु अब इसकी स्थिति बदहाल हो गई है। यह पता लगाना मुश्किल हो गया है कि सड़क में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क। पंचायत के मुखिया पटोई गांव निवासी मुन्ना देवी, बगैया गांव के सरपंच माला देवी एवं सिमरा गांव निवासी वार्ड सदस्य दिनेश यादव ने बताया कि बरसात के दिनों में सड़क पर उभरे गड्ढा में पानी भर जाता है जिस कारण आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। सड़क से बगैया, पोखराहां, सिमरा, जगदीशपुर, रुखुआ समेत दर्जनों गांव के ग्रामीणों का आवागमन होता है। प्रतिदिन स्कूली बस इस सड़क के रास्ते आते-जाते हैं। सड़क पर उभरे गड्ढों के कारण बरसात में स्कूली बस नहीं आ पाते हैं जिस कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। इसको लेकर जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों से गुहार लगाई गई परंतु कोई सुनने वाला नहीं है। कहा कि अगर मामले में जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो हम आंदोलन करने को बाध्य होंगे।