किसानों की चमकदार तस्वीर, देश के उन्नति की तकदीर
फोटो फाइल : 01 एयूआर 29 एवं 05 मुख्यमंत्री तीव्र विस्तार योजना में 90 प्रतिशत अनुदान दलहन व ते
फोटो फाइल : 01 एयूआर 29 एवं 05
मुख्यमंत्री तीव्र विस्तार योजना में 90 प्रतिशत अनुदान
दलहन व तेलहन के बीज पर 60 प्रतिशत
किसानों के बैंक खाते में जाएगी अनुदान राशि
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : जो उपजाए अन्न, वो क्यों न हो संपन्न के नारे के साथ औरंगाबाद प्रखंड के खैरा¨बद पंचायत के सुसनार गांव में दैनिक जागरण के कृषि चौपाल कार्यक्रम की शुरुआत की गई। चौपाल में किसानों ने खुलकर अपनी समस्याएं रखी। अधिकारियों ने कृषि एवं उद्यान विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। नारा दिया गया-किसानों की चमकदार तस्वीर, देश के उन्नति की तकदीर। चौपाल में किसानों के उन्नति और कृषि के विकास के लिए केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी गई। डीएओ राजेश प्रताप ¨सह ने कहा कि किसान कृषि विभाग के वेबसाइट पर अपना निबंधन करा कृषि योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। निबंधन के लिए किसानों को पास के किसी भी साइबर कैफे अथवा वसुधा केंद्र पर अपना आधार कार्ड लेकर जाना होगा। आनलाइन निबंधन कराना होगा। प्रखंड मुख्यालय के ई-किसान भवन में भी किसानों के निबंधन की व्यवस्था की गई है। किसान अपना आधार कार्ड लेकर ई-किसान भवन में जाएंगे और अपना निबंधन करा सकते हैं। जिला कृषि पदाधिकारी ने बिना निबंधन किसानों को कोई भी कृषि योजना अथवा अनुदान का लाभ नहीं मिलेगा। किसानों को अनुदान का लाभ उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी। सरकार ने जिले के देव, मदनपुर, गोह, बारुण, रफींगज, कुटुंबा, नवीनगर एवं सदर प्रखंड को सुखा घोषित किया है। सूखा प्रभावित प्रखंडों के किसानों को सरकार के द्वारा अनुदान देने की योजना है पर लाभ तभी मिलेगा जब किसानों का निबंधन होगा।
मुख्यमंत्री विस्तार योजना पर 90 प्रतिशत अनुदान
मुख्यमंत्री तीव्र विस्तार योजना के तहत रबी फसल के बीज पर किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। किसानों को मात्र 10 प्रतिशत राशि लगानी है। हर पंचायत के दो राजस्व गांव के दो किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा। इसी तरह बीज ग्राम योजना के तहत गेहूं का बीज पर 50 एवं दलहन व तेलहन की बीज पर 60 प्रतिशत अनुदान है। 10 वर्ष से कम प्रभेद वाली गेहूं की बीज पर 20 रुपये प्रति किलो एवं 10 वर्ष से अधिक प्रभेद वाली बीज पर 15 रुपये प्रति किलो अनुदान है। डीएओ के अनुसार प्रत्यरक्षण का कीट पर एक एकड़ के लिए 3280 रुपये अनुदान है। यह अनुदान किसानों के द्वारा बीज का क्रय करने पर उनके बैंक खाता में मिलेगा। अनुदान का लाभ 100 प्रतिशत है। डीएओ के अनुसार सभी कृषि यंत्र पर किसानों को अनुदान का लाभ दिया जा रहा है। वर्मी कंपोस्ट एवं गोबर गैस प्लांट पर अनुदान दिया जा रहा है। किसान अपने प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि सलाहकार अथवा कृषि समन्वयक से अनुदान का लाभ एवं कृषि योजनाओं की जानकारी ले सकते हैं। सहायक उद्यान निदेशक ज्ञानचंद औषधीय खेती पर जोर दिया। कहा कि तुलसी, एलोबेरा, स्कंधा समेत अन्य औषधीय खेती पर किसानों को प्रति हेक्टेयर 30 हजार अनुदान का लाभ दिया जा रहा है।
सूखा प्रभावित किसानों को मिलेगा अनुदान का लाभ
राज्य सरकार ने जिले के आठ प्रखंडों को सूखा क्षेत्र घोषित किया है। सूखा प्रभावित अ¨सचित क्षेत्र के किसानों को अधिकतम दो हेक्टेयर के लिए 13600 एवं ¨सचित इलाके के किसानों को 27 हजार मिलेगा। इसके लिए किसानों से आनलाइन आवेदन ली गई है। डीएओ के अनुसार करीब 41 हजार किसानों ने आवेदन दिया है। आवेदन की जांच की जा रही है। जांच के बाद सही किसानों को बैंक खाते में अनुदान का लाभ दिया जाएगा।
किसानों के प्रति सरकार मेहरबान
केंद्र व राज्य सरकार किसानों के प्रति मेहरबान है। किसानों की तरक्की के लिए कई योजनाएं चला रही है। डीएओ के अनुसार जैविक खेती प्रोत्साहन योजना, मिट्टी जांच, अनुदानित दर पर बीज वितरण, कृषि यांत्रिकरण, राष्ट्रीय कृषि विकास एवं हरित क्रांति उपयोजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, आत्मा योजना, किसानों के लिए कौशल प्रशिक्षण, उद्यान की योजनाएं, पौधा संरक्षण, भूमि संरक्षण, डीजल अनुदान, कृषि इनपुट अनुदान, जिला ¨सचाई योजना समेत अन्य योजना चलाई जा रही है। केवल किसानों को योजना का लाभ लेने के लिए जागरूक होने की जरूरत है।