24 घंटे बाद भी अपराधियों की नहीं हुई पहचान
औरंगाबाद। नगर थाना क्षेत्र के जसोइया मोड़ के पास गुरुवार शाम सशस्त्र अपराधियों ने अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-6 सह पॉक्सो के विशेष न्यायाधीश विवेक कुमार एवं उनके साथ रहे कर्मियों को दी गई धमकी मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अब तक पुलिस को कोई विशेष सफलता नहीं मिली है।
औरंगाबाद। नगर थाना क्षेत्र के जसोइया मोड़ के पास गुरुवार शाम सशस्त्र अपराधियों ने अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-6 सह पॉक्सो के विशेष न्यायाधीश विवेक कुमार एवं उनके साथ रहे कर्मियों को दी गई धमकी मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अब तक पुलिस को कोई विशेष सफलता नहीं मिली है।
कांड के अनुसंधानकर्ता दारोगा रंजीत कुमार ने बताया कि जिला परिवहन कार्यालय बंद रहने के बाइक की पहचान नहीं हो सकी है। प्राथमिकी में अंकित दोनों बाइक के नंबर की जांच चल रही है। किसके नाम बाइक रजिस्टर्ड है पता नहीं चल सका है। घटना में शामिल युवकों की पहचान की जा रही है। 24 घंटे बाद भी मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। बताया जाता है कि तीन बुलेट बाइक पर पांच युवक सवार थे। जज साहब एवं कर्मी जसोइया स्थित इंस्टीच्यूट ऑफ ड्राइविग एंड ट्रेनिग सेंटर जा रहे थे तो युवकों ने अभद्र व्यवहार किया। आते समय भी युवकों ने अभद्र व्यवहार करते हुए जान से मारने की धमकी दी। उधर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-12 डॉ. दिनेश कुमार प्रधान मामले में तीन दिन बीत जाने के बावजूद भी पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। मामले में जांच चल रही है। एडीजे डॉ. प्रधान ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। नगर थानाध्यक्ष अंजनी कुमार ने बताया कि मामले में वरीय अधिकारियों के आदेश के बाद हीं कोई निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि डॉ. प्रधान के साथ सीआरपीएफ जवानों ने अभद्र व्यवहार किया था। पीछा करते हुए खदेड़कर घर में घुसा दिया था। बाद में नगर थाना में पदस्थापित दारोगा प्रणव कुमार के साथ जवान उनके आवास तक पहुंच गए थे। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें एसपी : सचिव
औरंगाबाद : बिहार न्यायिक सेवा संघ के सचिव अजीत कुमार सिंह ने औरंगाबाद में दो न्यायाधीशों के साथ हुई घटना को लेकर व्यथित हैं। फोन पर उन्होंने घटना की निदा करते हुए कहा कि मामले में मैंने औरंगाबाद एसपी को कार्रवाई के लिए कहा है। बताया है कि जो लोग दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करें। सचिव ने बताया कि अगर एसपी एक-दो दिनों में कार्रवाई नहीं करते हैं तो हम आगे की रणनीति तय करेंगे। हम चुप नहीं बैठेंगे। चुनाव के नाम पर प्रशासन एवं पुलिस शांति का संदेश देती है न कि दहशत फैलाया जाता है। उन्होंने बताया कि मैंने एसपी को वीडियो फुटेज भी भेजा है जिसमें दारोगा प्रणव कुमार सीआरपीएफ जवानों के साथ दिख रहा है।