जिले के लिए तैयार होगा कौशल विकास की कार्ययोजना : निदेशक
जिले में कौशल विकास को लेकर सोमवार को केंद्रीय कौशल विकास मंत्रालय की चार सदस्यीय टीम य
जिले में कौशल विकास को लेकर सोमवार को केंद्रीय कौशल विकास मंत्रालय की चार सदस्यीय टीम यहां पहुंची है। टीम में शामिल मंत्रालय के निदेशक जेपी मीणा, उपनिदेशक डा. वीरेंद्र कुमार दुबे, सलाहकार नंदिता शर्मा एवं एनएसडीसी संजीवा ¨सह शामिल हैं। टीम के अधिकारियों ने जिला योजना कार्यालय में जिला योजना पदाधिकारी अर¨वद कुमार के कार्यालय कक्ष में बैठक की। जिले की कौशल विकास प्लान पर चर्चा की। केंद्रीय टीम के अधिकारियों ने यह जानना चाहा कि कौन सा प्लान बनाया जाए कि बेराजगारों को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध हो। पीएम मोदी के मेक इन इंडिया पर चर्चा की गई। बैठक में गांवों में कौशल विकास को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। निदेशक ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के तहत संचालित कौशल विकास केंद्र को आपस में समन्वय बनाकर संचालित किया जाएगा। जिला योजना पदाधिकारी से इस मुद्दे पर चर्चा की गई है। उपनिदेशक ने कहा कि जिले में कौन सी योजना को कौशल विकास से जोड़ा जाए, कौन से सेक्टर में काम किया जाए सभी मुद्दों पर बात की गई है। जब योजना का चयन कर लिया जाएगा तो कई योजनाओं को मिलाकर कौशल विकास प्लान बनाया जाएगा। कौशल विकास प्लान के तहत बेरोजगार युवक और युवतियों को विभिन्न प्रशिक्षण रोजगारन्मुख बनाना और रोजगार मुहैया कराया जाएगा। कहा कि केंद्र सरकार ने रोजगार को लेकर कौशल विकास पर जोर दिया है। छोटे उद्यमियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। कौशल विकास के लिए दस लाख दिया गया है। आगे और राशि दी जाएगी। राशि देने के पहले कौशल विकास का प्लान तैयार कर लिया जाएगा। जिला योजना पदाधिकारी अर¨वद कुमार ने प्रखंडस्तर पर थ्रस्ट सेंटर की स्थापना कर रोजगार का हब के रुप में विकसित करने की योजना बताई। कहा कि थ्रस्ट सेंटर मॉल का रुप में विकसित हो जहां उत्पादित सामग्री का बाजार भी उपलब्ध हो। कुछ गांवों को मिलाकर एक थ्रस्ट सेंटर बनाने की सलाह दी।